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October 17, 2024

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जल जीवन मिशन योजना के तहत लाखों खर्च बावजूद नहीं मिल रहा है आदिवासी क्षेत्र के लोगों को पीने के लिए शुद्ध पानी

  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • आधा अधूरा निर्माण कार्य कर ठेकेदार और संबंधित विभाग नहीं दे रहे हैं ध्यान
  • गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक से ग्रामीणों ने लगाई फरियाद

मैनपुर। शासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन योजना के तहत लाखों करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है लेकिन क्या आदिवासी क्षेत्र के ग्रामीणों को इस योजना का लाभ मिल पा रहा है। उन्हें पीने के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है। देखने वाला कोई नहीं है जिसके चलते धरातल में यहां योजना फ्लाप साबित नजर आ रहा है। ग्रामीण कई बार मरम्मत की मांग करते थक चुके हैं लेकिन ना तो ठेकेदार ध्यान देना मुनासिब समझ रहा है और ना ही संबंधित विभाग अफसर, जिसके चलते आदिवासी क्षेत्र के लोगों को पीने का पानी इस योजना के माध्यम से नहीं मिल पा रहा है। आदिवासी क्षेत्र के ग्रामीण लगातार सुधार की मांग को लेकर दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं कई बार तहसील मुख्यालय मैनपुर पहुंचकर जनपद पंचायत से लेकर विभिन्न अफसरों को आवेदन देकर निवेदन कर चुके हैं लेकिन समस्याओं का अब तक समाधान नहीं हुआ ऐसा एक मामला नहीं गई मामला मैनपुर क्षेत्र में देखने को मिल सकता है।

तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 26 किलोमीटर दूर ग्राम कुसियारबरछा में लाखों रुपए खर्च कर आठ दस माह पहले जल जीवन मिशन योजना के तहत गांव में सौर ऊर्जा प्लेट लगाकर पानी की टंकी लगाई गई है और इस पानी की टंकी से ग्रामीणों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए एक और जहां पाइप लाइन बिछाई गई है और नल का टोटी लगाया गया है लेकिन इस योजना का लाभ आज भी इस गांव के सभी ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है क्योंकि गलत मापदंड के तहत ऐसे स्थान पर पानी की टंकी लगाकर पाइप लाइन की बिछाई गई है। अधिकांश घरों तक बकायदा पाइप लाइन लगाकर नल की टोटी तो लगाई गई है लेकिन यहां नल जल योजना प्रारंभ होने के बाद भी आज तक एक बूंद पानी इन नलों से नहीं निकल पाया है। इसकी शिकायत ग्राम कुसियारबरछा के ग्रामीणों ने कई बार संबंधित ठेकेदार और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कर कर थक चुके हैं लेकिन कोई उनके समस्याओं को समाधान करने वाले नहीं है और तो और ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य को अंजाम देने के बाद कभी इस तरफ मुड़ कर देखा भी नहीं गया। आखिर ग्रामीण अब किसके पास अपनी फरियाद लगाएं थके हारे ग्रामीण आज भी कुएं और हैंडपंप का पानी पीने मजबूर हो रहे हैं जबकि गांव में नल जल योजना के लिए जल जीवन मिशन के तहत लाखों रुपए फूंके गए हैं लेकिन नलों के टोटी सुखी पड़ी हुई है।

  • एक सप्ताह से नल जल योजना ग्राम कुसियारबरछा में बंद

जल जीवन मिशन के तहत लगाए गए नल जल योजना ग्राम कुसियारबरछा में पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ा हुआ है पहले से गांव में आधे घरों में पानी की सप्लाई नहीं हो रही हैं लेकिन पिछले एक सप्ताह से पाइप लाइन में खराबी आने के कारण पूरी तरह से योजना ठप पड़ा हुआ है।

  • ग्राम जरहीडीह में भी नल जल योजना का कार्य आधा अधूरा

पंचायत अडगडी के आश्रित ग्राम जरहीडीह ,कोसूममुडा में भी जल जीवन मिशन के तहत लाखों रुपए खर्च कर गांव में सौर्य सिस्टम से पानी की टंकी लगाकर गांव के चारों तरफ पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन इस गांव में भी गलत मंपदड तरीके से पाइप लाइन बिछाने के कारण अधिकांश घरों और ऊपरी मोहल्लों में पानी नहीं पहुंच रहा है। यहां के ग्रामीणों ने मैनपुर पहुंचकर ब्लॉक स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर में आवेदन देकर शिकायत भी कर थक चुके हैं लेकिन समस्या का समाधान अब तक नहीं हुआ ग्राम जरहीडीह और कुसुममुडा के ग्रामीणों ने बताया सरकार ने जिस उद्देश्य के साथ उनके गांव में जल जीवन मिशन के तहत पानी उपलब्ध कराने के लिए लाखों रुपया खर्च किया है। पाइप लाइन बिछाया है उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है कई बार शिकायत कर थक चुके हैं लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है।

  • गरियाबंद जिला के कलेक्टर प्रभात मलिक से लगाई ग्रामीणों ने फरियाद

गरियाबंद जिला के कलेक्टर प्रभात मलिक से शोभा राजापड़ाव क्षेत्र के ग्रामीणों ने मांग किया है कि इस क्षेत्र में जल जीवन मिशन योजना के तहत नल जल योजना प्रारंभ किया गया है अधिकांश स्थानों पर पाइप लाइन सही मापढंग से नहीं बिछाने के कारण ऊपर लोगों के घरों में पानी नहीं जा रहा है और यहां योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है। क्षेत्र के ग्रामीणो ने गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत क्षेत्र में किए गए कार्यों की जांच करवाई जाए और सभी घरों तक पानी पहुंचाने के लिए विभाग को निर्देश दिया जाए।