गांंधीजी के 150 जयंती के अवसर पर गांधी भवन में गांधी प्रतिमा स्थापित
गांधी मार्ग सड़क को लेकर विवाद
बलांंगीर। प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय पिता महात्मा गांधी के 150वां जयंती एवं शास्त्री जी की जयंती मनाई गई। सुबह से ही अनेकों कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह 8 बजे गाधीनग स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर जिलाधीश अरिंदम डाकुआ, एसपी एम संदीप संपद, डीआईपीआरओ जयदेव पाणिग्राही, जिला संस्कृतिक अधिकारी विजय शतपथी एवं शहर के अधिकांश बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में माल्यार्पण किया गया एवं सर्र्व धर्म समन्य प्रार्थना की गई। तद्पश्चात स्थानीय गांधी भवन के सामने स्थित गांधी जी के प्रतिमा का जिलाधीश अरिंदम डाकुआ ने अनावरण किया।
इसी प्रकार शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित प्रतिमा पर जिलाधीश, एसपी एवं अन्य अधिकारी, प्रोफेसर मधुसूदन पति तथा शहर के बुद्धिजीवियों के साथ माल्यापर्णण किया। दिन को एक बजे पुइंतला गांव में पुइंतला गांव को काला गांव घोषित किया गया। वहां आयोजित एक सभा में अतिथियों ने महात्मागांधी एवं लालबहादूर शास्त्री के जीवन एवं आदर्श के बारे में बताया। इसी प्रकार गांंधी स्मृति कमेटी की ओर से पत्रकार विरेन्द्र झांकर के संयोजन में गांधी भवन स्थित प्रतिमा के सामने सभा का आयोजन किया। यहां नागरिक कमेटी के अध्यक्ष विक्रमानंद बहिदार, व्यंग कवि अच्युत पुरोहित, श्रमिक नेता ललित कुमार नायक, पत्रकार सत्यसुंदर भंज, कृष्ण चंद्र नायक, समारु स्वार्इं, सूचना अधिकार कर्मी हेमंत पंडा, राधाकांत नायक, सिद्धेश्वर पाणिग्राही, गोपभूषण नाथ, वीरेन्द्र बनछोर, कौतुक पंदर, शुभ्रांशु पंडा, प्रद्युम्न कुमार मिश्र, गोविदंचंद्र शतपथी, विनोोद कालसाए, अजुर्न कुमार साहू आदि शामिल थे। अंत में युधिष्ठर मेहेर ने धन्यववाद ज्ञापन किया। इसी प्रकार टिक्रापड़ा गांधी लाईब्रेरी की ओर से रक्तदान शिविर लगाया गया। प्रशासन की ओर से घोषित किये गये गांधी मार्ग को लेकर कुछ विवाद देखा गया है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैंं। इस मार्ग के विमोचन कार्यक्रम को जिलाधीश अरिंदम डाकुआ ने रद्द कर दिया था। इस कारण शहर के अधिकांश पत्रकार एवं बुद्धिजीवियों ने प्रतिक्रिया दिखाई एवं जिलाधीश ने पूर्र्व घोषित गांधी मार्ग का विमोचन करने की मांग की। अंत में जिलाधीश ने एक बैठक बुलववा कर समस्या का समाधान करवाया।