म्यांमार में आम लोग बे-मौत मारे जा रहे, आज फिर सेना के जवानों ने 91 लोगों को गोलियों से भून दिया
- नई दिल्ली से विशेष रिपोर्ट
म्यांमार में तख्तापलट के बाद से आज तक स्थिति नहीं बदली। आम लोग बेमौत मारे जा रहे हैं। लोगों से जानवरों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। जो लोग सेना के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे उन्हें जान से हाथ गवानी पड़ रही है। वहां की स्थिति बद से बदतर हो गई है। सूचना के अनुसर शनिवार को सेना ने 91 प्रदर्शनकारियों को गोलियों से भून दिया। यह करीब दो माह से जारी आंदोलन के दमन की अब तक की सबसे बड़ी घटना मानी जा रही है। ताजा हिंसा तब हुई जब शनिवार को देश में आॅर्म्ड फोर्सेस डे मनाया जा रहा था। जैसे ही शांतिमार्च की लोगों ने रैली निकाली सेना के जवानों से गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
स्थानीय मीडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि शनिवार शाम को फिर से सेना का तांडव देखा गया। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 91 तक पहुंच गई। वहीं 14 मार्च को सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 74 से 90 प्रदर्शनकारी मारे गए थे। बता दें कि म्यांमार में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी निर्वाचित सरकार को बहाल करने की मांग कर रहे हैं।
अभी तक सेना की गोली से सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं
आपको बता दे कि म्यांमार में फरवरी में सेना ने तख्ता पलट किया था और सत्ता पर कब्जा कर लिया था। तब से सेना विरोधी प्रदर्शनों में सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। सेना आंदोलन के दमन पर किस हद तक आमाद है कि आम लोगों की कोई सुनने वाला नहीं है, जो लोग सेना के खिलाफ आवाज उठा रहे उन्हें जान गवानी पड़ रही है। सैन्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे समूह सीआरपीएच के प्रवक्ता डॉ. सासा ने कहा कि सेना के लिए यह शमर्नाक दिन है। सेना के जनरल सैकड़ों लोगों की हत्या कर आज के दिन जश्न मना रहे हैं। वहीं सेना ने शनिवार को चेतावनी दी है कि लोगों को बीते दिनों हुई मौतों से सबक लेना चाहिए कि उन्हें भी गोली लग सकती है।