जंगल साफ होते समय नहीं लगेगा,ऐसे चौकीदार के भरोसे
संतोष सोनी चिटटू
रतनपुर जमुनाही बिट गार्ड प्रेम चौरे की मनमानी और उदासीनता से वनों में हो रही अंधाधुंध कटाई
जमुनाही वन परिक्षेत्र के बिट गार्ड प्रेम चौरे का एक और कारनामा उजागर हुआ है जंहा ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार लगभग 50 नग कीमती पेडों की बल्लियों को छुपा कर रखे जाने की जानकारी मिली।
उक्त जानकारी पर जब प्रेस रिपोर्टर द्वारा बिट गार्ड प्रेम चौरे से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने रिपोर्टर के नम्बर को ब्लेक लिस्ट कर दिया जब अन्य नम्बर से सम्पर्क कर उन्हें जानकारी दी गयी कि पेड़ो की बल्लिया छुपा कर रखी गयी है इस पर भी बिट गार्ड के कानों में जु तक न रेंगी जिससे यह अंदाजा लाग्या जा सकता है कि बिट गार्ड की लकडी तस्करों से सांठगांठ का साफ अंदेशा लगाया जा सकता है।
यह पहली बार नही है जब प्रेम चौरे द्वारा इस प्रकार की हरकत की जा रही है पिछली बार जब कटे हुए पेडों को ले जाते हुए ग्रामीणों ने रंगे हाथ ट्रैक्टर पकड़ा था तब भी प्रेम चौरे द्वारा न कोई कार्यवाही कराई गई न ही किसी प्रकार का मामला दर्ज कराया गया।
उक्त मामले पर वन विभाग के अधिकारियों की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नही मिल रही है प्रेम चौरे का किसके साथ सांठगांठ है और लकड़ियों की अवैध तस्करी कंहा कराई जा रही है इस पर वन विभाग मौन है जिससे प्रतीत होता है कि यह सब विभागीय अधिकारियों की जानकारी में ही यह सब हो रहा है।अगर प्रेम चौरे का यही हाल रहा तो जंगल को बंजर होते समय नहीं लगेगा,जिस प्रकार देखा जाय तो तीन महीनों में चौथी बार हुआ है साल भर मे तो जंगल ही नहीं रहेगा आखिर जंगल को किसके भरोसे छोड़ा गया है,सरकार कहती है पेड़ लगाओ,चौकीदार पेड़ काटने मे लगे है क्या होगा जंगल का जो ऐसे चौकीदार के भरोसे जंगल को छोड़ा गया है,किस बात कि तनख्वा दिया जाता है जंगल बचाने की या जंगल उजाड़ने की,अब देखते है किस किस तक खबर जाती है और क्या कार्यवाही होती है