गरीब परिवार के चारदीवारी पर चला नगरपालिका का बुलडोजर… अवैध निर्माण का हवाला
- बिना नोटिस के चारदीवारी गिरा देने से रोष
राजगांगपुर। आज सुबह करीबन आठ बजे नगरपालि के वार्ड नंबर एक स्थित तालकीपाड़ा में रहने वाली जमीला खातून के घर की चारदीवारी को बिना कोई लिखित नोटिस दिए बुलडोजरसे जमींदोज कर दिया जिसे लेकर लोगों में कई तरह की चर्चा हो रही है। पीड़ित गरीब परिवार होने के कारण लोगों की सहानुभूति होना स्वाभाविक है। एक दस बाई दस के कमरे में परिवार के चार सदस्य रहकर जैसे तैसे अपना गुजरा करते हैं । कई वर्षों से कमरे से लगकर नहाने के लिए इस परिवार ने एक तिरपाल का घेरा बनाया था, बाद में इसमें स्थायी निर्माण कर दिया गया जिसमें नहान घर के साथ सौचालय का भी निर्माण कर दिया गया ।
यह निर्माण नगरपालिका के नाली से करीब चार फीट बाहर होने के कारण नजर में था। यह बात भी सही है कि जिस जगह यह अवैध निर्माण हुआ है, वह राजगांगपुर राउरकेला का मुख्य मार्ग है। इस निर्माण से मुख्य रास्ता अवरूद्ध हो रहा था अवैध निर्माण को ढहाने के पद्रह दिन पहले नगरपालिका के कार्यवाही अधिकारी ने स्वयं जाकर परिवार जनों से इस अवैध निर्माण को हटाने का आग्रह किया था । नगर पालिका अधिकारी पंडा बाबू के अनुसार एक तो यह निर्माण पूरी तरह से अवैध था उस पर संडास का इस्तेमाल किया जाता था।
जिससे सारा मल मूत्र नाली में जमा होकर बदबू पैदा करता था जिससे बिमारी बढ़ने का खतरा बढ़ जाता था और यह स्वचछ भारत अभियान का बाधक बन रहा था, लेकिन जमीला खातून ने बताया है कि शहर में ऐसी बहुत सारी जगह है जहां लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है उन अतिक्रमण को इसलिए आज तक नहीं तोड़ा गया क्योंकि वो बड़े लोग हैं। हम गरीब है घर का चौक बर्तन का काम कर अपना और अपने परिवार का गुजरा करते हैं। इसलिए हमारे घर की चारदीवारी पर नगरपालिका ने बुलडोजर चला दिया जो थोड़ी बहुत जगह नहाने के लिए बची थी उसे आज तोड़ देने से अब हमारे पास और कोई जगह नहीं बची जहां हम नहाने की जगह बना सके । वहीं नगर पालिका अधिकारी का कहना है कि वह पूरा मकान ही अवैध हमने केवल अब तक रास्ते से ही अतिक्रमण हटाया है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है नगरपालिका ने बिना किसी पूर्व सूचना के जो कदम उठाया है इसे किसी भी मायने में उचित नही ठहराया जा सकता है ।
वहीं नगरपालिका अधिकारी ने इस कार्यवाही कोजायज बताते हुए कहा मैंने जो भी कार्य किया है। वह मेरे अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत है। किसी को कोई आपत्ती है तो उच्च अधिकारी से निवेदन करने के लिए स्वतंत्र है ।अब सवाल यह उठता है कि क्या पूरे शहर में यही अतिक्रमण या अवैध निर्माण नगरपालिका को दिखाई दिया । वास्तविकता तो यह है कि पूरा शहर अतिक्रमण और अवैध निर्माण की समस्या को झेल रहा नगर पालिका अधिकारी को यह दृश्य कब दिखाई पडेगा और वह इन पर कार्रवाई करेंगे यह बड़ा सवाल है ।