पालीमहोत्सव:ऐतिहासिक शिव मंदिर और पाली की ऐतिहासिक धरोहर को विश्वविख्यात करने का प्रयास-पुरुषोत्तम कंवर
1 min readमध्यक्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने किया पाली महोत्सव का आगाज,साल दर साल भव्य रूप ले रहा पाली महोत्सव
मनीष शर्मा,8085657778
कोरबा,मध्यक्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री पुरूषोत्तम कंवर ने आज कोरबा जिले के पाली में पाली महोत्सव 2020 का रंगारंग शुभारंभ किया। श्री कंवर ने इस अवसर पर कहा कि लगातार पांचवें वर्ष मनाये जा रहे इस महोत्सव को साल दर साल भव्य रुप ले रहा है। श्री कंवर ने द्वीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि पाली के लगभग पन्द्रह सौ साल पुराने इतिहास और भव्य वैभव से देश-विदेश के लोगों को परिचित कराने का यह उत्सव एक महत्वपूर्ण जरिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में इस महोत्सव को भव्य और प्रसिद्ध करने के लिये हर सम्भव प्रयास किये गये हैं। यह महोत्सव प्रदेश के स्थानीय लोक कलाकारों को अपनी कला के प्रदर्शन का अच्छा मौका उपलब्ध करा रहा है। श्री कंवर ने प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में अब तक लिये गये निर्णयों और लागू किये गये कार्यक्रमों तथा योजनाओं का भी उल्लेख अपने संक्षिप्त उद्बोधन में किया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अब राशनकार्ड से ही प्रदेश के गरीब और अंतिम छोर के लोगों तक इलाज की सुविधा पहुॅंचाने का अच्छा प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश वासियों को बेहतर जीवनशैली और सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सभी सम्भव कार्य किये जा रहे हैं। पाली महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर पाली-तानाखार के विधायक श्री मोहित केरकेट्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, नगर पंचायत पाली के अध्यक्ष श्री उमेश चंद्रा, जनपद पंचायत पाली के अध्यक्ष श्रीमती तुलेश्वरी सिदार सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पाली तानाखार के विधायक श्री मोहित केरकेट्टा ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनायें देते हुये कहा कि पाली महोत्सव पाली ही नहीं बल्कि कोरबा जिले की पहचान बनते जा रहा है। कोरबा के पर्यटन स्थलों चैतुरगढ़, बुका जलाशय, सतरेंगा बांगो बांध, देवपहरी के साथ-साथ पाली का ऐतिहासिक शिव मंदिर और पाली महोत्सव पर्यटन की नई संभावनाओं के रूप मंे विकसित हो रहे हैं।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कहा कि महोत्सव स्थल पर लगे विभागीय स्टॉलों में आगंतुक किसानों एवं आमजनों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी मिल रही है। इस महोत्सव से प्रदेश सहित पाली की स्थानीय सांस्कृतिक विधाओं और उनके स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर भी मिल रहा है।
हुईं मनमोहक एवं आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां:- पाली महोत्सव का शुभारंभ राजकीय गीत अरपा पैरी की धार से हुआ। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाली की छात्राओं द्वारा सुरमय स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया गया। एकलव्य विद्यालय छुरीकला की छात्राओं ने रंग बिरंगी पोशाकों में लोकनृत्य प्रस्तुत किया। मुनगाडीह के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने शिव महिमा को प्रदर्शित करते लोकनृत्य से महाशिवरात्रि पर माहौल भक्तिमय कर दिया। छत्तीसगढ़ हायर सेकेण्डरी स्कूल पाली के छात्र-छात्राओं ने बाबा घासीदास के सतनाम संदेश को व्यक्त करता पंथी नृत्य प्रस्तुत किया, तो शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाली के विद्यार्थियों ने राजगीत अरपा पैरी के धार को मंच पर जीवंत कर दिया। सैला कन्या छात्रावास पाली और कोरबा के अनिश म्युजिकल ग्रुप ने भी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकांे का मन मोह लिया। झाबर के राधे विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने भी लोकनृत्य की प्रस्तुति महोत्सव के मंच पर दी।
स्थानीय कार्यक्रमांे के बाद पद्मश्री सम्मान प्राप्त डॉ. भारती बंधु द्वारा प्रस्तुत कबीर गायन ने शिवरात्रि की इस संध्या को भक्तिमय बना दिया। लोगों ने महोत्सव के पहले दिन सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया। शिव मंदिर प्रांगण में लगे मेले में भी आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में ग्रामीण जन आये। पाली के ऐतिहासिक शिव मंदिर में भी दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा और लोगों ने महाशिवरात्रि के इस पर्व पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर पुण्य लाभ लिया।