सरबती देवी महिला कॉलेज की आक्रोशित छात्राओं का सड़क पर धरना-प्रदर्शन
महिला कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार के खिलाफ रोष
कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं की मांग भी मुखर
राजगॉगपुर। स्थानीय सरबती देवी महिला कॉलेज मे विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। महिला कर्मचारी से बदसलूकी का मामला आज भी जस का तस बना है। इसी क्रम मे कांग्रेस नेता जॉर्ज तिर्की ने राजगॉगपुर थाने जाकर आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मॉग करते हुए लिखित ग्यापन दिया। श्री तर्की ने कहा कि 30 तारिख तक अगर आरोपियों को गिरफ्तार नही किया तो इस मसले को लेकर आंदोलन छेड देंगे। जार्ज के इस मामले पर कूदने के बाद पुलीस पर आरोपियों को गिरफ्तार करने का दवाब बनना स्वाभाविक है। वहीं इस मसले को लेकर कॉलेज की छात्राओं ने भी स्वर उठाते हुए धरना प्रदर्शन किया। साथ ही साथ कॉलेज मे व्याप्त अव्यवस्था एवं मूल भूत सुविधा की कमी को उजागर करते हुए उसके समाधान की मॉग की।
इस मसले पर छात्राओं का आक्रोश इतना बढ गया की छात्राओं ने सडक पर उतर कर रास्ता जाम कर दिया और हमारी मांगें पूरी करो के नारे लगाने लगी। खबर मिलते ही राजगॉगपुर एसडीपीओ विजय कुमार नंद सहित थाना प्रभारी गोकुल नंद साहू ने कॉलेज पहुंचकर छात्राओं से बातचीत कर स्थिति को नियंत्रण में लिया। सूचना मिलते ही राजगॉगपुर तहसीलदार रीना नायक भी कॉलेज पहुँची, जहां छात्राओं ने उनसे बात कर अपनी मांगें रखी, जिसमें वॉश रूम की साफ सफाई, पीने के पानी की समस्या, लाईब्रेरी में किताबों की कमी सहित छात्राओं की सुरक्षा संबंधित समस्याओं से अवगत कराया। समस्या के शीघ्र समाधान के आश्वासन के बाद ही छात्राएं अपना विरोध प्रदर्शन बंद कर धरने से उठी। तब तक पुलिस को छात्राओं को समझाने के लिए कडी मशक्कत करनी पड़ी। पर इस घटना से एक बात तो खुलकर सामने आ गई की कॉलेज में सबकुछ ठीक नही चल रहा है, जिसका जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन के साथ साथ शहर की जनता भी है। शहर के बीचों बीच महिला कॉलेज होने के बावजूद भी किसी को इससे कोई सरोकार नहीं जब की तकरीबन हर घर के बच्चे इस कॉलेज में पढ़ते होंगे। शहर की बच्चियों को घर के पास ही कॉलेज की सुविधा मिल सके इस उदेश्य की पूर्ती के लिए शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी एवं उद्योगपति स्वर्गीय पन्नालाल अग्रवाल ने अपनी स्वर्गीय पत्नी सरबतीदेवी की स्मृति मे इस कॉलेज का निर्माण करवाया जिसका शहरवासियों ने खुलकर समर्थन किया। पर जब इस प्रकार के मामलों मे कॉलेज का नाम सुर्खियों में आता है तो शहरवासियों मे रोष होना स्वाभाविक जान पड़ता है। अब उम्मीद यही करनी चाहिए की यह सब जल्द ही ठीक हो जाए और कॉलेज फिर से सुचारु रूप से चल सके एवं बच्चे पढ़ाई में नया कीर्तीमान स्थापित कर सकें और कॉलेज का नाम रौशन कर सके।