बच्चों को शारीरिक देखरेख के साथ साथ भावनात्मक और मानसिक पोषण प्रदान करे
बिलासपुर:प्रांतीय अग्रवाल महिला संगठन के नित्य आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ अमन अग्रवाल द्वारा अतिथियों के स्वागत से श्रीगणेश किया गया।
डॉ अनीता अग्रवाल प्रदेश महामंत्री ने मंच संचालन करते हुए सभी प्रतिभागियों वक्ताओं अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमती नूतन खेड़िया को डिजिटल मंच पर ससम्मान आमंत्रित कर पौधे और श्रीफल से उनका स्वागत किया। व जीवनविद्या विषय पर उनके उद्बोधन के लिए आग्रह किया अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि जीवन जीना एक विद्या कला है जो गहन अध्ययन और नियमित अभ्यास से ही संभव हो पाता है इंसान जन्म लेता है तब से आखरी सांस तक कुछ ना कुछ नया सिखता ही रहता है महिलाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया महिलाएं घर के सभी व्यक्ति के लिए कार्य करती हैं लेकिन स्वयं को अनदेखा कर देती है सर्वप्रथम हमें स्वयं का ध्यान देना है खुश रहना है स्वयं के विचारों पर गौर करना है संतुलन बना कर रखना है सकारात्मक विचारों के साथ स्वस्थ मन वाणी और विचार से सिर्फ खुश रहने और रखने का सूचना चाहिए कारण जिसके पास जो रहता है वह वही बांटता है।
उन्होंने बताया मां में ममता का भाव होना स्वाभाविक है परंतु अपने बच्चों को शारीरिक देखरेख के साथ साथ भावनात्मक और मानसिक पोषण प्रदान करना चाहिए। व्यक्ति पहले स्वयं से जुड़ता है फिर परिवार परिवार के साथ समाज फिर राष्ट्रीय फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर में जीता वह देता है
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अशोक मोदी ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन मनुष्य को घर बैठे मोटिवेशन रूपी ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रहा है ।
उमा बंसल ने सभी का आभार व्यक्त कर प्रतिभागियों को उनकी उपस्थिति वक्ताओं को उनके उद्बोधन व अतिथियों को उनके स्नेह भरे संदेशों से नई ऊर्जा का संचार करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।