मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के तीन साल बाद भी मैनपुर में वन धन केन्द्र भवन का निर्माण नहीं करा सका आरईएस विभाग
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- भवन के सामने दीवारो को रंग -रोंगन कर दिया गया है चकाचक अंदर निर्माण कार्य अधुरा
- गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया कि लापरवाही बरतने वाले आरईएस विभाग के संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही किया जाए
गरियाबंद । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के महिला स्वसहायता समूहों को रोजगार से जोड़कर मजबूत बनाने के लिए वन धन केन्द्र भवन निर्माण करने की घोषणा अगस्त 2019 में किया था और तहसील मुख्यालय मैनपुर में नेशनल हाईवे 130 सी के किनारे वन विभाग परिषर में वन धन केन्द्र भवन का निर्माण लगभग 19 लाख 60 हजार रूपये की लागत से प्रारंभ किया गया लेकिन विभाग के लचर कार्यप्रणाली के चलते अब तक मुख्यमंत्री का घोषणा अधुरा रह गया और आरईएस विभाग ने वन धन केन्द्र भवन का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं कर पाया है और तो और लोगों को दिखाने के लिए भवन के बाहरी दीवार को रंग -रोगन से चकाचक कर दिया गया है जिससे देखने वाले को यह लगे कि यह भवन पूर्ण हो चुका है लेकिन यह भवन अब भी अधुरा है और तो और भवन के अंदर फ्लोरिंग और प्लास्टर का कार्य नही हुआ है।
इस भवन के अधुरे निर्माण के संबंध में जानकारी लेने के लिए जब ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालन अभियंता गरियाबंद आर के वर्मा के मोबाईल पर फोन किया गया तो उन्होने अपना पक्ष रखना जरूरी नही समझा इस मामले में आरईएस विभाग के एसडीओ मैनपुर विजय देवांगन ने अधुरे को जल्द पूरा करने की बात कही है और कब तक कार्य पूरा हो पायेगा यह भी उन्होने नही बता पाया।
सीएम चाहते थे वन धन केन्द्र में लघु वनोपज की खरीदी हो
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा यह है कि इस वन धन केन्द्र में लघु वनोपज की खरीदी व प्रसंस्करण कर महिला समूह अतिरिक्त आय अर्जित कर सके और आर्थिक रूप से सबल हो सके। कांग्रेस सरकार लघु वनोपज संग्रहण से लेकर उसके प्रसंस्करण तक महिला समूहो को सशक्त बनाने का अभियान चला रही है इसी कड़ी में वर्ष 2019 में मैनपुर में भी वन धन केन्द्र भवन निर्माण के लिए 19 लाख 60 हजार रूपये सरकार ने स्वीकृत किया है सरकार की मंशा थी कि इसी भवन में लघु वनोपज का सारा काम महिला समूह करें योजना के मुताबिक 2021 में लघु वनोपज का कारोबार महिलाओं के हाथो में आ भी गया है पर भवन निर्माण अधुरा होने के कारण कार्य का ज्यादा विस्तार नही हो सका। भवन निर्माण कार्य पिछले तीन वर्षो से अपूर्ण है और कछुए की चाल में इस निर्माण कार्य को किया जा रहा है।
तहसील मुख्यालय में जब भवन की यह हाल है तो ग्रामीण ईलाको में क्या होगा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के बावजूद आरईएस विभाग ने तहसील मुख्यालय मैनपुर के भीतर पिछले तीन वर्षो में एक भवन निर्माण कार्य पूर्ण नही कर पाया तो इस विभाग के अन्य कार्य जो ग्रामीण अंचलो में चल रहा है उसके बारे में बताने की जरूरत ही नही है आज भी दर्जनो विभाग के निर्माण कार्य अधुरे पड़े हुए है। इस संबंध में शहर कांग्रेस कमेटी मैनपुर के अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव ने गरियाबंद जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप इस भवन का निर्माण कार्य एक वर्ष में पूर्ण हो जाना था। श्री ध्रुव ने कार्य में लापरवाही बरतने वाले संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर कलेक्टर से कार्यवाही करने की मांग की है।
क्या कहते हैं एसडीओ
आरईएस विभाग के एसडीओ मैनपुर विजय देवांगन ने अधुरे को जल्द पूरा करने की बात कही है। उन्होने कहा यह निर्माण कार्य उनके यहां आने के पूर्व का है भवन के अंदर प्लास्टर, रंग -रोंगन का कार्य अधुरा है।
विजय देवांगन एसडीओ