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November 19, 2024

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अलग खबर… मैनपुर में एक ऐसा ब्रिटिश कालीन कुंआ जिसका मीठा पानी अंग्रेजों ने विदेश तक लेकर गये

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  • देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, फिल्म स्टार असरानी, मुख्यमंत्री भुपेश बघेल व कई मंत्रियों ने इस कुंआ के पानी से बुझाया प्यास और मीठे पानी का किया जमकर तारीफ
  • न्यूज रिपोर्टर, शेख हसन खान

मैनपुर – गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर मे एक ऐसा कुंआ है जिसका पानी काफी मीठा और मिनरल वाटर की तरह शुद्ध है। गर्मी के दिनो मे भी इस कुंआ मे जल स्तर पर्याप्त बना रहता है इस कुंआ के पानी से पूरे गांव के लोग प्यास बुझाते है और तो और कोई नया मेहमान या व्यक्ति आज भी इस गांव में पहुंचता है तो इस कुंआ के बारे मे पुछते -पुछते कुंआ तक पहुंचते है और स्वयं अपने हाथों से पानी निकालकर पीकर मीठे पानी का प्रशंसा करना नहीं भूलते। तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 22 किमी दूर मैनपुर देवभोग नेशनल हाईवे मार्ग पर बसा ग्राम तौरेंगा है इस ग्राम मे ब्रिटिश कालीन एक कुंआ है। इसके संबंध मे गांव के ग्रामीण बताते है की इस कुंआ का निर्माण ब्रिटिश हुकुमत के समय किया गया था। और इस कुंआ की खास बात यह है कि इसका पानी काफी मिठास के साथ मिनरल वाटर की तरह शुद्ध है।

लगभग डेढ़ वर्ष पहले गरियाबंद जिला के तत्कालीन कलेक्टर श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विनय कुमार लंगेह जब इस क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे थे और तौरेंगा स्थित वन विभाग के विश्राम गृह मे कुछ समय के लिए रूके थे तब स्थानीय अधिकारियों व ग्रामीणों ने इस ब्रिटिश कालीन कुंआ के पानी का खासियत आईएस अफसरो को बताया तो तत्कालीन कलेक्टर श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल स्वयं कुंआ की निरीक्षण करने पहुंचे और अपने हाथों से बाल्टी से पानी निकालकर पीया था। साथ ही इस कुंआ के पानी मे काफी मिठास होने के साथ काफी शुद्ध बताया था और कुंआ की संरक्षण व संवर्धन करने का निर्देश स्थानीय जनपद पंचायत प्रशासन को दिया था तथा कुंआ के रखरखाव व चारों तरफ होने की ग्रील लगाने का निर्देश दिया था।

ग्राम पंचायत तौरेंगा के सरपंच परमेश्वर नेताम ने बताया यह कुंआ का निर्माण राजा रजवाड़ा जमाने ब्रिटिश काल मे किया गया था ऐसे हमारे बड़े बुजुर्गो बताया है। और उस समय जब भी कोई अंग्रेज अफसर का आना होता था तो इस कुंए के पानी से प्यास बुझाते थे और सीमा पार अपने देश तक अपने साथ ले जाते थे। सरपंच परमेश्वर नेताम ने बताया ग्राम तौरेंगा मे बहुत पुराना वन विभाग का विश्राम गृह है जहां देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व मुख्यमंत्री स्व. पं. श्यामाचरण शुक्ल, केन्द्रीय मंत्री स्व. विद्याचरण शुक्ल, स्व. अजीत जोगी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, सुमित्रा महाजन, वर्तमान मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, वनमंत्री मो. अकबर, रविन्द्र चैबे, संत कवि पवन दीवान, डाॅ. रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, गौरीशंकर अग्रवाल जब तौरेंगा व क्षेत्र मे पहुंचे थे तो उन्होंने इस कुंए का पानी की तारीफ किया था। और पूर्व राज्यपाल के एम सेठ सहपरिवार जब उदंती अभ्यारण्य पहुंचे थे तो उन्होंन भी इस तौरेंगा स्थित कुंआ का निरीक्षण कर इसका पानी को पीया था। इसका तारीफ किया था और तो और फिल्म स्टार असरानी भी जब तौरेंगा विश्राम गृह मे पहुंचे थे तो उन्होने तौरेंगा के कुंआ का पानी पिया और अपने साथ मुंबई तक ले गये।

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