Recent Posts

October 16, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

खास खबर… पांच किलोमीटर पैदल बीहड पहाड़ी रास्तों को पार कर जिला पंचायत सभापति पहुंचे कंवरआमा नारीपानी

1 min read
  • विशेष पिछडी जनजाति कमार आदिवासियों के बीच बैठकर सुनी समस्या व ठाकुर जोहारनी पर्व में हुए शामिल

मैनपुर – तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 15 किलोमीटर दुर दुर्गम पहाडी के उपर बसे विशेष पिछडी जनजाति कमार आदिवासी ग्राम कंवरआमा नारीपानी पहुंचे। जिला पंचायत सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम में शामिल हुऐ साथ ही कमार जनजातियों के बीच चौपाल लगाकर उनके समस्याओं को सुना। ग्राम पंचायत तुहामेटा के आश्रित ग्राम जो बीहड पहाडी के उपर बसा हुआ है, उस ग्राम में पहुंचने के लिए अभी तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। गरियाबंद जिला पंचायत के सभापति श्रीमती लोकेश्वरी नेताम लगभग पांच किलोमीटर बीहड पहाडी रास्तों को पैदल पार कर ग्राम कंवरआमा नारीपानी पहुचे जंहा कमार जनजाति के लोगों ने श्रीमती लोकेश्वरी नेताम का आत्मीयता के साथ स्वागत किया।

इस दौरान ग्राम नारीपारी और कंवरआमा के ग्रामीणो ने गांव तक पक्की सडक और बिजली लगाने की मांग प्रमुखता के साथ किया। गांव के लोगों ने जिला पंचायत सभापति लेाकेश्वरी नेताम को मागपत्र आवेदन पत्र सौंपकर मांग किया कि गांव में सड़क नहीं होने के कारण यहा के ग्रामीणों को राशन लेने तुहामेटा तक 08-09 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है तब कही जाकर ग्रामीणाें को चावल ,दाल, मिटटी तेल नसीब हो पाती है वही गांव मे बिजली लगाने की मांग ग्रामीणाें के द्वारा किया गया।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिजली नही होने के कारण भारी परेशानी हो रही है सौर उर्जा प्लेट का हाल बेहाल है, साथ ही विभिन्न प्रकार के समस्याआें से जिला पंचायत सभापति को अवगत कराया गया। इस दौरान आयोजित ठाकुर जोहारनी नवाखाई पर्व को सभी को बधाई देते हुए जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि मै खुद आपके बीच आपके घर परिवार का सदस्य हूॅ और इस गांव की समस्याओ का समाधान करना आपके समस्याओ को उच्च अधिकारियाें तक पहुंचाना मेरी जिम्मेदारी है। इस गांव में जो भी समस्या उनके सामने आई है। उन सभी मांगपत्रो से जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, कलेक्टर निलेश क्षीरसागर को अवगत कराकर समस्या समाधान करने का प्रयास किया जायेगा।

श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि यह आदिवासी क्षेत्र में नवाखाई पर्व की एक अलग परम्परा है हम लोग आदिवासी रीति रिवाज के साथ नवाखाई का पर्व मनाते है, और आज मुझे आप लोगो के बीच आने का सौभाग्य मिला ।

इस मौके पर प्रमुख रूप से ग्राम अध्यक्ष बजारूराम सोरी, मगलसिंह, घांसीराम, परमेश्वर मरकाम, सुकराम सोरी,नेहर नागेश,खेमसिंह, घांसीराम नेताम, अमरीका बाई, देवीसिंह, भरतराम सोरी, मदन सोरी, निंरजन सोरी, मंगल सोरी सहित सभी ग्रामीण महिला पुरूष बडी संख्या में उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *