एनजीजीबी का क्रियान्वयन परम्परागत हो-कलेक्टर
नरवा,गरवा, घुरूवा, बाड़ी पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
गरियाबंद । सुराजी गांव योजना के तहत नरवा,गरवा,घुरूवा,बाड़ी कार्यक्रम पर एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षणसह कार्यशाला का आयोजन बुधवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में किया गया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कहा कि जिले में शासन की महत्वाकांक्षी नरवा,गरवा,घुरूवा बाड़ी योजना का क्रियान्वयन परम्परागत ढंग से हो। शासन की मंशा योजना के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणजन अपने पुरातन परम्परा को कायम रखते हुए अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। कार्यशाला में राज्य स्तर से पहुंचे मास्टर ट्रेनर डाॅ. रजनीश गुप्ता ने एन.जी.जी.बी की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए गौठान समिति की भूमिका, प्रबंधन,पंचायत अधिनियम के तहत औपचारिक समिति गठन,समिति के कार्य, कार्यकाल, अध्यक्ष का चुनाव, चरवाहे की व्यवस्था, चारे की व्यवस्था,पशुओं की चिकित्सा व्यवस्था व गौठान से आय के स्त्रोत तैयार करने के संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने योजना क्रियान्वयन के संबंध में सुझाव आमंत्रित कर लोगों कि समस्याओं का समाधान भी किया। कार्यशाला में जिला पंचायत के सीईओ श्री आर.के. खुटे, डाॅ. सुधीर पंचभाई,सभी जनपद सीईओ, एन.जी.जी.बी से संबंधित विभागों के अधिकारी , ग्राम पंचायत के पदाधिकारी और गौठान समिति के सदस्य उपस्थित थे।