धरसींवा तहसील के क्षेत्र में 6 महीने पूर्व 100 एकड़ में अवैध प्लाटिंग रोकने कार्यवाही की राजस्व विभाग ने सुर्खियां बटोरी, लेकिन रजिस्ट्री में प्रतिबंध नहीं लगाया : बंजारे
- मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग में ले रहे जमीन का नामांतरण पटवारी कार्यालय में दर्ज हो रहा
मांढर/ धरसीवां । धरसींवा जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र बंजारे ने धरसीवां में हो रहे अवैध प्लाटिंग के खेल में शासन प्रशासन के लोगों की मिलीभगत से अवैध प्लाटिंग में ले रहे जमीन का नामांतरण पटवारी कार्यालय में दर्ज हो रहा है। राजस्व अमला सिर्फ दिखावे के लिए कार्यवाही किया गया है। रजिस्ट्री पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है । जिसके कारण मध्यम वर्ग गरीब अवैध प्लाटिंग के चक्कर में फंसकर जमीन खरीद रहे हैं।महीने 6 महीना पहले धरसीवा तहसीलदार ने चरोदा में खसरा नम्बर 438/1 438/7, 438/3, 438/2 438/4 परसूलीडीह में 51/3, 57/3, 56/11, 0.1860 हेक्टेयर टेकारी में ,259/76, 259/78 बरौदा में 438/1, 438/2, 438/3, 438/4, 438/7 सहित लगभग 100 एकड़ के अवैध प्लाटिंग में बुलडोजर चलाकर रोड रास्ता को काटा गया था एवं राजस्व अमला द्वारा मीडिया में सुर्खियां बटोरी गई थी कि हमने 100 एकड़ के अवैध प्लाटिंग रोड रास्ता को बुलडोजर से काटकर कार्यवाही की है लेकिन 6 महीना बीत जाने के बाद उक्त अवैध प्लाटिंग खसरे के रजिस्ट्री में कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
धरसीवां जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र बंजारे ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाया और कहां कि अवैध प्लाटिंग करने वालों के ऊपर कार्रवाई रोकने क्या कोई राजनीतिक संरक्षण है जो अवैध प्लाटिंग करने वालों को बचाया जा रहा है कि क्या कोई अवैध प्लाटिंग करने वाले लोगों से दान दक्षिणा लेकर कार्यवाही को रोका गया है। इस सब की जांच होना चाहिए और तत्काल तिवरैय्या , चरोदा, परसूलीडीह, टेकारी, बरौदा में अवैध प्लाटिंग करने वाले के खसरे के रजिस्ट्री में प्रतिबंध लगाना चाहिए।