समाज ने निषादराज गुहा और बिलासा देवी के संघर्षों पर किया मंथन
1 min read- बिलासा देवी के नाम विश्वविद्याल की मांग मुखर
- केवट कल्याण संस्थान के तत्वावधान में आयोजित हुई आम सभा
रायपुर. 26 जनवरी को रामसागर पारा स्थित निषाद भवन में केवट कल्याण संस्थान, छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में आम सभा आयोजित हुई. निषाजराज गुहा और विरांगना बिलासा देवी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. इस मौके पर संरक्षक एसडी बिंद ने निषाजराज और बिलासा देवी के संघर्षों को याद किया. उन्होंने कहा कि संस्थान को चलाने के लिए सबसे पहले धन की जरूरत होती है. यदि समाज के गरीब-तबके लोगों की मदद करनी है तो पैसे के बिना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि संस्थान को मजबूत बनाने के लिए हमें प्रदेशभर से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा जाए. वहीं समाज की ताकत है.
वहीं संरक्षक चंद्रशेखर प्रसाद निषाद ने कहा कि निषादराज गुहा, विरांगना बिसाला देवी, फूलन देव और इन्द्रू के वट आदि हमारे समाज की धरोहर है, यहीं समाज की पहचान है. आज कांग्रेस सरकार ने बिलासा देवी के नाम पर एअरपोर्ट नाम रख सम्मान दिया है, लेकिन उनकी शहादत के आगे कुछ भी नहीं है. नया रायपुर में बिलासा के नाम पर चौक-चौराहा भी होनी चाहिए. समाज ने विवि की मांग भी मुख्यमंत्री से की.
उपाध्यक्ष जीआर निषाद ने कहा कि समाज का विकास शिक्षा से ही संभव है. उन्होंने कहा कि समाज के गरीब बच्चों के उत्थान के लिए समाज के नाम पर एक छात्रावास होनी जरूरी है.
मकसूदन लाल निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर छात्रावास के लिए ज्ञापन सौंपना चाहिए. विश्वास है कि समाज के लिए सीएम बघेल मदद करेंगे. इस पर अशोक निषाद ने कहा कि छात्रावास के लिए समाज के सभी लोग मुख्यमंत्री को ज्ञापन देंगे. उन्होंने कहा कि आज भी समाज के लोगों को निषादराज गुहा, फूलन देवी और विरांगना बिलासा देवी के बारे में जानकारी नहीं है. शहर-शहर, गांव-गांव जागरुकता की मिशाल जलनी चाहिए. आज युवाओं को इन महान लोगों के बारे में बताने की जरूरत है.
वहीं प्रवीन बिंद, संतोष निषाद ने कहा कि अब समय आ गया है कि समाज के उत्थान के लिए बिगुल बजाया जाए, तभी बेहतर समाज का निर्माण संभव है. आज भी निषाद समाज के लोगों में शिक्षा के प्रति जागरुकता की कमी है. इस मौके पर राम सुहावन निषाद, राजदेव प्रसाद, अनिता साहनी, मधुसाहनी, ऋषभ प्रसाद और आर्यमन प्रसाद आदि लोग उपस्थित थे.