शिक्षकों ने इस कठिन समय में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के भविष्य के लिए शिक्षकों ने जो योगदान दिया है वो अतुलनीय व सराहनीय है : पीएम
1 min read- शिक्षक पर्व 2021 : शिक्षकीय गुरुता का उत्सव शिक्षक पर्व -2021 के औपचारिक उदघाटन का प्रसारण संभाग के सभी केन्द्रीय विद्यालय में हुआ
- सुसुश्री पात्र, अंगुल
इस वर्ष केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय (MoE) शिक्षकों के बहुमूल्य योगदान को मान्यता देने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) को एक कदम और आगे ले जाने के लिए देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती यानि शिक्षक दिवस 05 सितम्बर से 17 सितम्बर की अवधि –शिक्षक पर्व -2021 के रूप में मना रहा है |
इस श्रृंखला में आज दिनांक 07-09-2021 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने शिक्षक पर्व का औपचारिक रूप से वर्चुअल मोड में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माधयम से शुभारम्भ किया । शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों, विद्यार्थियों और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में सबसे पहले नेशनल अवार्ड पाने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया और कहा कि शिक्षकों ने इस कठिन समय में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के भविष्य के लिए शिक्षकों ने जो योगदान दिया है वो अतुलनीय व सराहनीय है ।
इस वर्ष के शिक्षक पर्व का विषय “गुणवत्ता और सतत विद्यालय: भारत में विद्यालयों से ज्ञान प्राप्ति” है उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र से जुडी पांच अहम योजनाओं की घोषणा की जिसमें इंडियन साइन लैंग्वेज यानी भारतीय सांकेतिक भाषा का 10,000 शब्दों का शब्दकोश, दृष्टिबाधितों के लिए बोलने वाली किताबें (ऑडियो बुक्स), सीबीएसई का स्कूल गुणवत्ता मूल्यांकन और मान्यता ढांचा (SQAAF), निपुण भारत के लिए निष्ठा (NISTHA) शिक्षक प्रशिक्षण – 3.0 कार्यक्रम के अलावा और विद्यालय विकास के लिए शिक्षा स्वयंसेवकों, दाताओं और सीएसआर योगदान कर्ताओं की सुविधा के लिए विद्यांजलि पोर्टल 2.0 शामिल हैं। इन योजनाओं को कार्यरूप में परिणित करने हेतु उन्होंने सभी के प्रयास का आह्वान किया। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि शिक्षा में असमानता को ख़त्म करके उसे आधुनिक बनाने में National Digital Educational Architecture यानी, N-DEAR की भी बड़ी भूमिका होने वाली है | N-DEAR सभी शैक्षणिक क्रियाकलापों के बीच एक सुपर कनेक्ट का काम करेगा |निपुण भारत अभियान में तीन वर्ष से आठ वर्ष तक के बच्चों के लिए Foundational Literacy and Numeracy Mission लॉन्च किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना वायरस महामारी के दौरान हम सभी ने अपने शिक्षा क्षेत्र की क्षमताओं को देखा है. बहुत सारी चुनौतियां थीं, लेकिन आपने सभी चुनौतियों को तेजी से हल किया. ऑनलाइन क्लास, ग्रुप वीडियो कॉल, ऑनलाइन एग्जाम- जैसे शब्द पहले कई लोगों ने नहीं सुने थे। उन्होंने कहा, ‘आज एक ओर देश के पास बदलाव का वातावरण है, तो साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसी आधुनिक और भविष्य की नीति भी है। इसलिए पिछले कुछ समय से देश लगातार एजुकेशन सेक्टर में एक के बाद एक नए निर्णय ले रहा है, एक बड़ा बदलाव होते देख रहा है.’अभी हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने शानदान प्रदर्शन किया. मैंने अपने खिलाड़ियों से अनुरोध किया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हर खिलाड़ी कम से कम 75 स्कूलों में जाएं।इस अवसर पर उन्होंने सबके प्रयास का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय विद्यालय संगठन , भुवनेश्वर संभाग से लगभग 40000 विद्यार्थी एंव अभिभावक तथा 1600 शिक्षक शामिल हुए।इस अवसर पर केन्द्रीय विद्यालय संगठन भुवनेश्वर संभाग के उपायुक्त श्री एस के चोपदार ने कहा की प्रधानमंत्री महोदय की बातें शिक्षा जगत के लिए वरदान हैं और संभाग के सभी विद्यालयों मे इस कार्यक्रम का प्रसारण किया गया । साथ ही श्री चोपदार ने बताया की सभी विद्यालयों के शिक्षक इसके अंतर्गत आयोजित होने वाले वेबिनार से लाभान्वित होंगे तथा नई शिक्षा नीति के प्रति लोगो का स्पष्ट दृस्टिकोड जाग्रत होगा ।