नहीं मिल रहा मक्का फसल की वाजिब कीमत, मैनपुर क्षेत्र के हताश किसानों ने दिया आंदोलन करने की चेतावनी
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मैनपुर क्षेत्र के गांव गांव में मक्का को समर्थन मूल्य में खरीदी करने को लेकर चल रही बैठक, कभी भी किसानों का आक्रोश सड़क पर दिख सकता है
गरियाबंद। इस वर्ष अभी तक मक्का फसल को समर्थन मूल्य पर खरीदी को लेकर कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनने के कारण मैनपुर देवभोग क्षेत्र के किसान बेहद हताश और परेशान है। साथ ही किसानों के द्वारा गांव -गांव बैठक रखकर आंदोलन की रणनीति तैयार किया जा रहा है जो कभी भी सड़क पर दिखाई दे सकती है और तो और एक पखवाड़े पूर्व मैनपुर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने मैनपुर में रैली निकालकर एसडीएम कार्यालय पहुंचकर मक्का खरीदी समर्थन मूल्य में प्रारंभ करवाने की मांग को लेकर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन किया था। किसानों ने बताया पहले धान खरीदी समर्थन मूल्य में प्रारंभ होते ही साथ ही साथ मक्का की भी खरीदी सहकारी सोसायटियो में प्रारंभ कर दिया जाता था लेकिन पिछले वर्ष नापेड के माध्यम से मक्का की खरीदी किया गया था जिससे किसानो में एक आस जगी थी कि इस बार भी सरकार नापेड के माध्यम से मक्का खरीदी प्रारंभ करेगी लेकिन दिसम्बर की माह खत्म होने को है अब तक मक्का खरीदी समर्थन मूल्य पर प्रारंभ नही हो पाया है जिसके कारण मजबुरन क्षेत्र के किसान अपने जरूरतो की पूर्ति के लिए बिचैलियो एवं व्यापारियो के पास औने पौने दाम पर मक्का को बेचने मजबुर हो रहे है जिसके कारण किसानो में भारी नराजगी देखने को मिल रही है।
किसानों से मिली जानकारी के अनुसार गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र में लगभग 11 हजार हेक्टेयर एवं देवभोग क्षेत्र में 08 हजार हेक्टेयर में मक्का की खेती बड़े पैमाने पर लिया जाता है। इस वर्ष भी मक्का की फसल किसान लिए है साथ ही मक्का की कटाई के बाद उसकी मिंजाई भी किसान कर चुके है अब किसानो को जब पैसे की जरूरत है तो समर्थन मूल्य पर मक्का खरीदी प्रारंभ नही होने से किसान बेहद परेशान हो गये है। आर्थिक रूप से कमजोर किसान जो कर्ज लेकर मक्का की फसल लिए है उन्हे कर्ज चुकाने के लिए महज 15- 16 रूपये किलो में मक्का बेचने मजबुर होना पड़ रहा है।
- मैनपुर क्षेत्र के इन इलाकों में मक्का की भारी पैदावार
मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के शोभा, गौरगांव, कुचेंगा, भुतबेड़ा, कोकड़ी, साहेबिनकछार, जांगड़ा, जुंगाड, तौरेंगा, इंदागांव, अड़गड़ी, बुड़गेलटप्पा ,कोकडी, अडगडी,डुमाघाट, फरसरा, धारनीधोडा, धनोरा, छैलडोंगरी, काण्डेकेला, खजुरपदर, अमाड, पथर्री, ठेमली, बोईरगांव एवं देवभोग क्षेत्र के गांव -गांव में मक्का की सबसे ज्यादा उत्पादन किया गया है।
मक्का उत्पादन करने में अब किसानों को महंगे खाद बीज के साथ दवा जो कर्ज लेकर उसमें उपयोग किया गया है। दिन रात जीतोड़ मेहनत करने के बाद मक्का का वाजिब कीमत नहीं मिलने से और अधिकांश किसानो के पास अपने उत्पादन के भंडारण के लिए कोई भी समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण कई किसान मजबुरन औने पौने दाम पर कम कीमत में मक्का बेचने को मजबुर हो रहे है। ज्ञात हो कि आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र मे आज से डेढ़ दशक पहले तक किसान सिर्फ धान की खेती पर जोर देते थे लेकिन अब किसान मक्का की खेती जमकर कर रहे हैं। इसके पीछे एक कारण शासन फसल परिवर्तन के लिए जहां जोर दे रही है। वही मक्का से मिलने वाली आमदनी से कई किसानों के तकदीर और तस्वीर भी बदली है।

किसान अब चक्काजाम करने मजबूर होंगे – सुकचंद ध्रुव
आदिवासी किसान नेता एवं जनपद सदस्य सुकचंद ध्रुव ने बताया कि मैनपुर देवभोग क्षेत्र मे हजारो हेक्टेयर मे किसान मक्का की फसल लिए हैं और मक्का की फसल पूरी तरह मिंजाई कर किसान अपने घरों में रखे हैं। सरकार के समर्थन मूल्य का इंतिजार कर रहे हैं ।कब मक्का खरीदी प्रारंभ हो तो किसान जल्द से जल्द मक्का सहकारी सोसायटी में बेच सके लेकिन अब तक मक्का खरीदी को लेकर शासन स्तर पर कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है जिससे किसान भारी परेशान है। उन्होंने बताया मक्का उत्पादन वाला क्षेत्र के ग्रामो में लगातार किसानो की बैठक हो रही है। कभी भी किसान मक्का खरीदी की मांग को लेकर चक्काजाम आंदोलन करने मजबुर हो सकते हैं इसलिए शासन प्रशासन को चाहिए कि किसानों की इस समस्या का गंभीरतापूर्वक समाधान किया जाये।
मक्का खरीदी को लेकर राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौप चुके हैं – टीकम कपिल
किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष टीकम सिंह कपिल ने बताया कि 15 दिन पहले मैनपुर में सैकड़ों किसानों ने रैली निकालकर मक्का खरीदी समर्थन मूल्य पर करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं गरियाबंद कलेक्टर भगवान सिंह उइके के नाम ज्ञापन सौपकर मांग कर चुके है लेकिन किसानो की गंभीर समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। किसान संघर्ष समिति किसानो के हित में हमेशा साथ में खड़ी है।
किसान परिवार मक्के की फसल पर निर्भर – भुनेश्वर नेगी
राजापड़ाव गौरगांव क्षेत्र के किसान भुनेश्वर नेगी ने बताया अधिकांश किसान परिवार मक्के की फसल पर निर्भर रहते है। बच्चों की पढ़ाई, शादी विवाह, साल भर का भोजन सहित अन्य जरूरतो को पूरा करते है। मुख्य अजीविका का आधार है लेकिन अब तक मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ नही होने से किसान परेशान है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मांग किया है कि किसानो की मक्का जल्द से जल्द समर्थन मूल्य पर खरीदा जाये।
किसानों को मेहनत का दाम नही मिल रहा, मक्का खरीदी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं – ध्रुव
ब्लाॅक कांग्रेस मैनपुर अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव ने कहा किसान अपने खून पसीने की कमाई मक्का की फसल को बहुत कम कीमत पर औने पौने दाम में बेचने मजबुर हो रहे हैं। मक्का खरीदी के लिए अभी तक कोई ठोस व्यवस्था नही किया गया है। सरकार को चाहिए जल्द मक्का खरीदी प्रारंभ किया जाये अन्यथा हम आंदोलन करने बाध्य होंगे जिसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
