मैनपुर में मुक्तिधाम निर्माण के लिए डेढ़ वर्ष पहले 6 लाख 86 हजार रूपये स्वीकृत लेकिन ग्राम पंचायत के उदासीनता के कारण अब तक कार्य नहीं हुआ प्रारंभ
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- मुक्तिधाम मैनपुर शेड की स्थिति बेहद ही जर्जर सड़क, लोगों ने गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल से लगाई फरियाद
गरियाबंद । तहसील मुख्यालय मैनपुर नगरवासियों के मांग पर शासन ने मैनपुर में नया मुक्तिधाम शेड निर्माण के लिए 06 लाख 86 हजार रूपये की राशि जारी किया है। लगभग डेढ़ वर्ष पहले यह राशि जनपद पंचायत मैनपुर में पहुंच चुकी है लेकिन ग्राम पंचायत मैनपुर के पदाधिकारियों के उदासीन और निष्क्रिय रवैया के चलते अब तक मुक्तिधाम निर्माण कार्य प्रारंभ नही हो पाया है, जिसके कारण मैनपुर नगर के लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है, जबकि जनपद पंचायत द्वारा मुक्तिधाम भवन निर्माण प्रारंभ करवाने के लिए बाकायदा तीन बार ग्राम पंचायत को आदेश जारी किया जा चुका है, लेकिन ग्राम पंचायत के निर्वाचित पदाधिकारी क्योंकि इतना महत्वपूर्ण कार्य को पुरा नहीं करना चाह रहे हैं। समझ से परे है मैनपुर नगर के लोगों ने गरियाबंद जिले के कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मांग किया है कि यदि ग्राम पंचायत मुक्तिधाम का निर्माण कराने में असक्षम साबित हो रहे है तो इस राशि को ग्राम समिति को दिया जाये समिति द्वारा मुक्तिधाम का निर्माण किया जायेगा।
- मैनपुर मुक्तिधाम का टीन का शेड टुट फुटकर तहस नहस हो चुका है
मैनपुर नगर में नदीपारा गांव नदी के किनारे मुक्तिधाम है और यहा मुक्तिधाम का निर्माण 30 वर्ष पहले टीन का शेड लगाकर किया गया था यह मुक्तिधाम का टीन का शेड पुरी तरह टुट फुटकर तहस नहस हो चुका है और यहां दह संस्कार कार्यक्रम करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मुक्तिधाम के चारो तरफ बड़े बड़े झाड़, झाड़ियां उग गईं हैं शवदाह का फर्श उखड़ चुका है और यहां पानी की कोई व्यवस्था नही है हैडपम्प भी नही है , जिसके चलते मुक्तिधाम में पहुंचने वाले लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मुक्तिधाम खंण्डहर में तब्दील हो गया है तहसील मुख्यालय मैनपुर होने के बावजूद आज तक मुक्तिधाम समस्याओं के मकड़जाल में जकड़ा हुआ है, चारों तरफ कचरा और गंदगी फैला हुआ है। कही कोई सफाई की व्यवस्था नही है और तो और मुक्तिधाम के आसपास वहा पहुंचने वाले लोगों के लिए सर छिपाने व बारिश से बचने कोई शेड का निर्माण या बैठने की कोई सुविधा नही है, बारिश के दिनों में लोग त्रिपाल लेकर जाते है, तब कही जाकर यहा दाह-संस्कार कार्यक्रम सम्पन्न हो पाता है, मैनपुर मुक्तिधाम समस्याओं से जकड़ा हुआ है यहां अंतिम संस्कार करने के लिए शव को मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए बारिश के दिनों में नदी के बाढ़ को पार कर ले जाना पड़ता है।
- मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए सड़क तक की व्यवस्था नहीं है नदी में शव को उतारकर ले जाना पड़ता है
मैनपुर के नदीपारा नदी किनारे मुक्तिधाम की हालत बेहद खराब हो गई है और इस मुक्तिधाम में आने जाने के लिए रास्ता भी नही है मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए नगर के लोग पिछले 4- 5 वर्षो से सड़क की मांग करते आ रहे है। सड़क नही होने के कारण आज नगर के लोगो को मुक्तिधाम तक पहुंचने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- मैनपुर नगर के लोगो ने गरियाबंद कलेक्टर से लगाई फरियाद
मैनपुर नगर के वरिष्ठ नागरिक रामकृष्ण ध्रुव, गेंदु यादव, आलोक गुप्ता, धनेश्वर पटेल, विरेन्द्र श्रीवास्तव ,सोतन सेन, हरिश्वर पटेल, गुमान पटेल, खन्ना रामटेके, हिमांशु रामटेके, गिरिश नागेश, त्रिभुवन पटेल, योगेन्द्र सिन्हा, नरेश सिन्हा, बलदेव नायक, हेमलाल नागेश, बृजलाल सोनवानी एंव नगर के लोगो ने गरियाबंद कलेक्टर दीपक अग्रवाल से फरियाद लगाया है कि मैनपुर मुक्तिधाम के लिए राशि स्वीकृत होने के बावजूद ग्राम पंचायत मैनपुर द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है कलेक्टर महोदय से निवदेन है कि मैनपुर मुक्तिधाम का कार्य प्रारंभ करने ग्राम पंचायत को आदेश किया जाए,
- क्या कहते है अधिकारी
मैनपुर मनरेगा परियोजना अधिकारी रमेश कंवर ने बताया कि मैनपुर ग्राम पंचायत में मुक्तिधाम के लिए दिसम्बर 2022 में 06 लाख 86 हजार रूपये स्वीकृत किया गया है लेकिन अब तक ग्राम पंचायत मैनपुर द्वारा कार्य प्रारंभ नही किया गया है तीन बार नोटिस जारी किया जा चुका है।
- क्या कहते है सचिव
ग्राम पंचायत मैनपुर के सचिव संजय नंदाल ने बताया कि मनरेगा में भुगतान समय पर नही होता जिसके कारण अभी तक मुक्तिधाम का निर्माण कार्य प्रारंभ नही हुआ है तीन बार जनपद से उन्होंने नोटिस जारी किये जाने की बात स्वीकार किया।