पहाड़ी से उतरते ही हाथियों के दल ने मैनपुर वन परिक्षेत्र में जमकर मचाया उत्पात
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- कई किसानों के फसलों को रौंदा और मकानों को किया तहस नहस
मैनपुर। हाथियों का दल पिछले 20 दिनों से कुल्हाडीघाट के पहाडी बोतलधारा जंगल में डेरा डाला हुआ था। आज मंगलवार को हाथियों का दल पहाड़ से उतरते ही मैनपुर वन परिक्षेत्र के ग्रामो में जमकर उत्पात मचाया। कई किसानों के धान और मक्का के फसलों को बुरी तरह रौंदा और तो और खेतों में बने झोपडी और मकानों को भी तोड़फोड़ किया है। हाथियों का दल अभी चलकीपारा गांव के नजदीक विचरण कर रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का दल आज सुबह 9 बजे के आसपास पहाडी से उतरकर ग्राम बुढार से लेकर सिंहार तक हाथियों के दल ने कई किसानों के फसलो को और मकानों को जमकर नुकसान पहुंचाया किसान रोहन मरकाम, बिसाहुराम मरकाम, हीरालाल मरकाम ने बताया कि उनके खेत में धान के फसल और मक्का के फसल को हाथियों के दल ने रौंदा है। झोपड़ियों और मकानों को तहस नहस किया है। हाथियों का दल अचानक सुबह 9 बजे गांव के नजदीक पहुंच गया तो ग्रामीण दहशत में घरों में घुस गये और इसकी सूचना वन विभाग को दिया। वन विभाग की टीम तथा हाथी मित्रदल की टीम लगातार हाथियों के गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
- क्या कहते हैं वन अफसर
वन परिक्षेत्र अधिकारी मैनपुर संजीत मरकाम ने बताया कि सिकासार दल के नाम से जाने जाना वाला हाथियों के दल में 36 से 38 हाथियो की संख्या है और यह हाथियो का दल आज ही सुबह पहाड़ी से नीचे उतरा है। अभी वन परिक्षेत्र मैनपुर कक्ष क्रमांक 892 चलकीपारा ग्राम के उपर डेरा डाले हुए हैं ज़हां बांस के जंगल है। इस जंगल में हाथियों का दल ठहरा हुआ है लगातार वन विभाग द्वारा हाथी प्रभावित ग्रामों में लोगों को मुनादी के माध्यम से जंगल के तरफ नहीं जाने की अपील कर रहे हैं ।