भारत सरकार द्वारा प्रायोजित ‘लघु आदि महोत्सव’ प्रारंभ
1 min read
कांटाबांजी। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की मार्केटिंग फार्म ट्रायफेड द्वारा आयोजित लघु आदि महोत्सव का शुभारंभ श्री राम मंदिर स्थित मानस भवन में हुआ यह प्रदशर्नी और बिक्री महोत्सव 26 जून तक चलेगा ऐसा ट्रायफेड के आंचलिक प्रबंधक प्रफुल्ल कुमार पंडा ने नवभारत को बताया।उन्होंने बताया कि इस प्रदशर्नी का मुख्य उद्देश्य भारत के विभिन्न अंचलों में रहने वाले आदिवासियों द्वारा निर्मित उत्कृष्ट वस्तुओं, हस्तकला, फर्निशिंग, कपड़ों को बाजार मुहैया करवा कर उन्हें उचित दाम दिलवाना है।
यह प्रदशर्नी पहले केवल बड़े शहरों में ही ट्राइब्स इंडिया के शोरूम के मार्फत लगती थी किंतु इसे छोटे-छोटे शहरों तक पहुंचाने की मंत्रालय की योजना है।इसी कड़ी में यह लघु आदि महोत्सव अब छोटे-छोटे शहरों में भी आयोजित किया जा रहा है।इस प्रदशर्नी में मध्य प्रदेश की चन्देरी साड़ी, माहेश्वरी साड़ी, छत्तीसगढ़ की कोषा साड़ी, राजस्थान के घर सजावट के सामान,आदिवासी गहने, हस्तशिल्प, मध्य प्रदेश उत्तराखंड और उड़ीसा का शहद, दक्षिण के ओर्गेनिक साबुन, पश्चिम बंगाल की कांथा एम्ब्रॉयडरी आदि उपलब्ध कराए गए हैं।इस प्रदशर्नी में पुरुषों के लिए शर्ट, कुर्ते, बैग तथा महिलाओं के लिए साड़ी कुर्तियांं, बेडशीट्स और नए ट्रेंड्स के पारम्परिक कपड़े बिक्री हेतु उपलब्ध है।इस महोत्सव को आयोजित करने में प्रफुल्ल कुमार पंडा, आंचलिक प्रबंधक ट्रायफेड भुवनेश्वर, सरोज कुमार नायक, ब्रजकिशोर बेहेरा, कमलेश महांति सचिव संजोग आदि का उल्लेखनीय योगदान है।