Recent Posts

December 25, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

किसानों को उनकी जमीन से बेदखल कर कारपोरेट के हाथों मेें सौंपने की साजिश : विद्रोही

1 min read
  • मैनपुर क्षेत्र में काले कृषि कानून की प्रति जलाकर किसानों ने किया विरोध रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर –

किसान विरोधी तीन काले कानूनों के खिलाफ मैनपुर क्षेत्र के किसानों ने आज कृषि कानून की प्रति को जलाकर जमकर विरोध किया, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा, आदिवासी भारत महासभा, क्रांतिकारी नौजवान भारत सभा और अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन ने संयुक्त रूप से तीन काले कृषि कानून की प्रति जलाकर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। सभा को सम्बोधित करते हुए आदिवासी भारत महासभा के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड भोजलाल नेताम ने कहा कि आज किसानों, मजदूरों और आदिवासियों पर शोषण और अत्याचार हो रहे हैं। केंद्र में बैठी फासीवादी बीजेपी की सरकार लगातार किसान विरोधी, मजदूर विरोधी, आदिवासी विरोधी और जन विरोधी कानून बना रही है। साथ ही संविधान को खत्म करने की साजिश चल रही है।

अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के प्रदेश सचिव कामरेड तेजराम विद्रोही ने काले कानून के बारे में किसानों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून किसानों को पूरी तरह से पूंजीपतियों के गुलाम बना देगा। किसानों को उनकी जमीन से बेदखल कर कार्पोरेट के हाथों में सौपने की योजना चल रही है। अखिल भारतीय क्रांतिकारी विद्यार्थी संगठन के संयोजक टिकेश कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 लाकर सरकार शिक्षा को तहस-नहस करने में लगी है।

शिक्षा का लगातार भगवाकरण किया जा रहा है। सरकारी स्कूल को बंद कर निजी स्कूलों को जोर-शोर से संचालित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर सौरा यादव, परमेश्वर, भीमसेन, पदुमलाल, महादेव, कृष्णा, युवराज, अभिराम और बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान और आदिवासी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *