Recent Posts

May 8, 2024

समाचार पत्र और मीडिया है लोकतंत्र के प्राण, इसके बिन हो जाता है देश निष्प्राण।

भदैंयां ब्लाक के मोस्ट प्रमुख बने धर्मेंद्र व ब्लाक संयोजक बने प्रमोद

1 min read
  • शेख हसन खान, गरियाबंद
  • वोटों के खरीद-विक्रय आदि को रोकने के लिए मोस्ट ने बनाई रणनीति

सुलतानपुर। आज दिनाँक 20-05-2023 को मोस्ट कल्याण संस्थान की ब्लाक यूनिट भदैंयां के तत्वाधान में जयप्रकाश निषाद के नेतृत्व व सह संयोजक अमृतलाल निषाद के संरक्षण में आयोजित कार्यक्रम में मोस्ट समाज जोड़ो, शिक्षा जागरूकता, शोषितों-पीड़ितों हक वंचितों को न्याय, भोले-भाले समाज के वोटों की खरीद-बिक्री को रोकने आदि संकल्प के साथ-साथ विकास खण्ड भदैंयां के मोस्ट ब्लाक यूनिट का पुनर्गठन किया गया।

उक्त अवसर पर मोस्ट कल्याण संस्थान के निदेशक शिक्षक श्यामलाल निषाद “गुरुजी” ने कहा कि जागृत वर्गों में ही शोषण-अनाचार के विरुद्ध विद्रोह कर स्वस्थ समाज निर्माण की चेतना उत्पन्न होती है इस लिए मोस्ट पिछड़े क्षेत्रों में जागरूकता के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाना चाहिए।

मोस्ट संस्थापक सचिव रविकांत निषाद ने कहा कि बड़ी चालाकी से समाज के लोगों को आपस में ही उलझा दिया जाता है इसलिए हमारे लोग हक-अधिकार और विकास की बात सोच ही नहीं पाते। मोस्ट जनरल सेक्रेटरी राम उजागिर यादव ने कहा कि हम मोस्ट समाज के लोग अपने बच्चों को उनकी बेसिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सह संयोजक फौजी सन्तोष सोनकर ने कहा कि एक फौजी ईमानदार होने के नाते ही ईमानदार संगठन के साथ रहता है।

इस मौके पर सर्वसम्मति से धर्मेंद्र निषाद को भदैंयां ब्लाक का मोस्ट प्रमुख एवं एड. प्रमोद निषाद को संयोजक नियुक्त किया गया तथा इंद्र प्रकाश निषाद, राहुल निषाद, श्यामू निषाद, ओम प्रकाश, मैतूलाल निषाद, शिव कुमार, रोहित कोरी, सुजीत कुमार निषाद, चंद्रशेखर, रवींद्र निषाद, जोखई प्रसाद एवं रमेश कुमार निषाद ने मोस्ट रक्षक दल में पंजीकरण कराया।

इस अवसर पर प्रधान अमिलिया बिसुई नीरज निषाद, प्रधान बरूई भगेलू निषाद, महादेव निषाद, धर्मेंद्र निषाद, अरविंद निषाद, केश कुमारी निषाद, अशोक कुमार निषाद, हरिलाल निषाद, लाल बहादुर, पिंटू निषाद, दिनेश निषाद, प्रवीण निषाद, सुकई निषाद, रामबली निषाद, पवन निषाद, लवकुश निषाद, नितिन निषाद, अर्जुन निषाद, धीरेन्द्र निषाद, उमेश, श्याम बहादुर निषाद, मथुरा प्रसाद निषाद, सरिता, सुनीता, संगीता, शीला, गंगा देई, मंचन ,जगपती, मालती, रेशमा निषाद, इशराजी निषाद, इंद्रावती निषाद आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।