126 ग्राम पंचायत का भार एक महिला पुलिस के भरोसे
1 min read- शिखा दास, महासमुंद- पिथौरा
- जनसरोकार कुछ माँगता है कुछ मौन होकर भी कहता है
- पिथौरा थाना में आबादी के हिसाब से पर्याप्त महिला पुलिसकर्मी नहीं होना चिंताजनक
- मात्र 1 महिला कांस्टेबल के भरोसे महिला डेस्क
शासन प्रशासन को और महिला पुलिसकर्मी पदस्थ करने हेतु सज्ञान लेने की आवश्यकता है । पिथौरा तहसील में 126 ग्राम पंचायत है । आरंग के बाद छग की सबसे बड़ी तहसील है । विगत कुछ वर्षों में बहुत सारे बदलाव के साथ crime क्रिमिनल का ग्राफ़ भी खूब बढ़ा है ।
साँकरा चौकी थाना में कुछ पंचायत आते हैं । ग्रामवासियों को पिथौरा थाना आने की आवश्यकता नहीं पड़ती , लेकिन आबादी के हिसाब से पिथौरा थाना में अभी वर्तमान में मात्र 1 महिला पुलिस है जबकि और महिला पुलिसकर्मी की आवश्यकता प्रतीत हो रही हैं ।
इस पर थाना प्रभारी शिवानंद तिवारी ने कहा कि 1 महिला कॉन्स्टेबल महिला डेस्क सकुशल सम्हाल रही है । पुरूष पुलिसकर्मी भी पर्याप्त है । कोई परेशानी नहीं है । महिला डेस्क भी सुचारू चल रहा है ।
ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के ये आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को ध्यान में रखें तो उनसे निबटने के लिए महिला थानों की संख्या बहुत कम है । महिला हेल्प डेस्क प्रारंभ करने का उद्देश्य है कि अपनी शिकायत लेकर पहुंचने वाली महिला को वहां हर प्रकार की सहायता मिले । उन्हें पूरे सम्मान के साथ बिठाया जाए तथा उनकी शिकायत सुनी जाए। शिकायत सुनने के बाद त्वरित कार्रवाई भी की जाए । महिलाएं जो बात किसी पुरुष पुलिस अधिकारी के सामने कहने से हिचकिचाती तो या खुल कर स्पष्ट तौर पर ना बोल पाती हो वो महिला डेस्क के माध्यम से महिला पुलिस अधिकारी महिला पुलिसकर्मी से बोल सकें । इस कारण भी महिला डेस्क का महत्व बढ़ जाता है । अतः बड़ी आबादी परि क्षेत्र मे महिलाडेस्क व महिला पुलिस पर्याप्त होना ही चाहिए ।