मैनपुर क्षेत्र से समस्या बताने पदयात्रा में निकले कमार जनजाति के ग्रामीणों ने राज्यपाल से किया मुलाकात
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- आंदोलनकारियों के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं से अवगत कराया
- चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मैनपुर एसडीएम के साथ पहुंचकर राज्यपाल को समस्याओं से अवगत कराया
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र से विशेष पिछड़ी कमार भुंजिया जनजाति के सैकड़ों ग्रामीण अपनी मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए 10 नवम्बर को तहसील मुख्यालय मैनपुर से पदयात्रा कर राजधानी रायपुर पहुंच राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने, नारेबाजी करते पैदल निकले थे। लगभग 65 किमी की पदयात्रा तय भी कर लिये थे। गरियाबंद जिले के कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने पदयात्रा कर रहे ग्रामीणों से बारूका कचनाधुरवा के पास मुलाकात उन्हे आश्वासन दिया कि उनके प्रतिनिधि मंडल को राज्यपाल से मुलाकात करवाया जायेगा। उनके समस्याओ के समाधान के लिए शासन प्रशासन स्तर में लगातार कार्यवाही की जा रही है।

इसके बाद एक प्रतिनिधि मंडल को मेनपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डाॅ तुलसीदास मरकाम के नेतृत्व में राजधानी रायपुर ले जाकर आज गुरूवार को छत्तीसगढ़ के महामहीम राज्यपाल रामेन डेका से मूलाकात कराई गई। इस प्रतिनिधि मंडल में कमार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनसिंग सोरी, भुंजिया समाज के वरिष्ठ नेता टीकम नागवंशी एवं समाज के अन्य सदस्यो की टीम शामिल थे। कमार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनसिंग सोरी एवं भुजिंया समाज के नेता टीकम नागवंशी ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र के विभिन्न सदस्यों से अवगत कराते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा विशेष पिछड़ी कमार एवं भुजिया जनजाति के विकास के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाओ का संचालन किया जा रहा है लेकिन इन योजनाओ का जितना लाभ मिलना चाहिए नहीं मिल पा रहा है।
राज्यपाल को बताया कि आज भी कमार जनजाति ग्राम कठवा, कुल्हाड़ीघाट, भाताडिग्गी, कुरवापानी, नारीपानी, छिन्दौला, राजाडेरा, बेसराझर, पयलीखण्ड, बुड़गेलटप्पा, ताराझर सहित दर्जनो ग्रामों के लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा है। शासन के रिकार्ड में पानी चल रहा है लेकिन धरातल में कुछ भी नहीं है साथ ही ग्रामों में पहुंचने के लिए पक्की सड़क, स्कूल भवन, शिक्षक, बिजली, उपस्वास्थ्य केन्द्र, हैंडपंप, राशन जैसे समस्याओ से दो चार होना पड़ रहा है। कमार जनजाति एवं भुजिया जनजाति के कई लोगों को आज भी आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। साथ ही कमार जनजाति के पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार देने तथा सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ दिलाने की मांग किया गया है। प्रतिनिधि मंडल ने बताया पीएम जनमन योजना के तहत कमार जनजाति ग्रामों के सभी ग्रामीणों के आवास निर्माण किया जाना जरूरी है क्योंकि यह क्षेत्र हाथी प्रभावित ग्राम है। और हमेशा जंगली हाथियो के आतंक से डर बना रहता है कई लोगो की जान जा चुकी है।
मैनपुर क्षेत्र के दौरे पर राज्यपाल को आने का निमंत्रण दिया – प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने राज्यपाल को मैनपुर क्षेत्र के कमार जनजाति भुंजिंया जनजाति ग्राम आने का निमंत्रण भी दिया है जिस पर राज्यपाल ने जल्द आने की बात कही है।
कमार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनसिंग सोरी ने चर्चा में बताया आज गरियाबंद कलेक्टर के विशेष पहल से मैनपुर एसडीएम डाॅ तुलसीदास मरकाम के साथ कमार एवं भुंजिया जनजाति के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मूलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराये है। उन्होंने कहा कि हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा था, इसलिए हम लोग मैनपुर से पदयात्रा कर राजधानी रायपुर राज्यपाल से मूलाकात करने के लिए निकले थे। सैकड़ों की संख्या में कमार जनजाति के लोग अपने पारंपरिक हथियार तीर धनुष लेकर नारेबाजी करते हुए पदयात्रा में शामिल हुए।
इस पदयात्रा में प्रमुख रूप से कमार समाज अध्यक्ष बनसिंग सोरी, भुंजिया समाज के नेता टीकम नागवंशी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमति लोकेश्वरी नेताम, संजय नेताम, अर्जुन सोरी,पिलेश्वर सोरी, घेनुराम, देवकी तिरधारी, मधुराम नेताम, रतन नेताम, हीरालाल नेताम, अर्जुन लाल सोरी, सुनाराम सोरी, रतीराम नेताम, दिलीप कुमार, श्यामलाल सोरी, रामसिंह, रब्बेसिंह, कुशल नेताम, अमकराम नेताम, संतोष कुमार, सगनुराम, जीवन लाल, उग्रसेन, सुंदरलाल, नोहरलाल, सुमित्रा, गुंजेश कपिल, बाबूलाल, बिरोबाई, देवकी बाई, चमरीन, मथुरा बाई, श्रीराम नेताम, जगतराम, रामसिंह, भोजलाल, फुलसिंग, नाथुराम, छेदईयाराम, जोगो, मनबोध, सुखराम, मनहरन सहित सैकड़ो की संख्या में कमार जनजाति के लोग शामिल है।
