श्री श्याम मंदिर के स्थापना दिवस पर भजनों की अमृत वर्षा में भक्त सराबोर
राउरकेला।बिसरा डाहर रोड स्थित श्री श्याम मंदिर के प्रांगण में स्थापना दिवस और निजर्ला एकादशी उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर भक्तों के बीच प्रभू श्याम की अराधाना को ताता लगा रहा और देर रात तक भजनों की अमृत वर्षा हुई, जिसमें भक्त सराबोर हो गये। वर्ष 1982 में धर्म परायण श्री बुधरमल अग्रवाल और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कश्तुरी देवी ने निजर्ला एकादशी के दिन ही मंन्दिर की स्थापना की थी। बड़े ही धूमधाम से बाबा श्याम के शीश को राजस्थान से ला कर मंदिर में स्थापना की गई। स्थापना दिवस पर गुरुवार को मंदिर को दुल्हन कि तरह सजाया गया, बाबा श्याम को फूलों का सिंगार किया गया। शाम 8 बजे मुख्य जजमान राजगांगपुर से आये, श्री श्याम बिहारी मित्र मंडल ने बाबा श्याम कि अखंड जोत ली और विधी विधान से पूजा अचर्ना की। रात 8.30 बजे भजनों का कार्यक्रम आरंभ किया गया।
मंदिर परिसर में बाबा श्याम के दर्शन के लिए और भजनों को सुनने के लिए काफी संख्या में भक्तगण आये हुए थे। राजगांगपुर से भी काफी संख्या में भक्तगण आये हुए थे, बाबा श्याम को छप्पन का प्रसाद अरुण कुमार अग्रवाल कि तरफ से चढ़ाया गया। इस पावन मौके पर भजनों और महाप्रसाद, बाबा का सिंगार और मंदिर की सजावट सब े श्री श्याम बिहारी मित्र मंडल की ओर से किया गया है, जो हर साल निजर्ला एकादशी ओर मंदिर के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में कराते हैं, काफी संख्या में राजगांगपुर, राउरकेला, बिसरा से श्याम भक्तगण बाबा के दर्शन और भजन सुनने के लिए आये हुए थे,रात 11।30 तक भजनों की अमृतवर्षा हुई। भजन समाप्ति के बाद सभी भक्तों के बीच महा प्रसाद बांटा गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री श्याम बिहारी मित्र मंडल और से श्री श्याम प्रेमी प्रमोद, बन्टी,आनन्द दधीचि,राजेश,ललीत,सतीष,अनुराग, साहु, संजय, साहु प्रकाश अग्रवाल, राउरकेला के बिसरा डाहर श्री श्याम मंदिर के संस्थापक श्री भुधरमल अग्रवाल, कार्यकर्ता श्री गोविन्द अग्ररवाल, राजेश अग्रवाल, निरंजन सोनी,अजय गोयल, अरुण अग्रवाल, गोविन्द कुमार, दिलीप शर्मा,दिपु शर्मा आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया। कलाकारों ने छम छम घुंघरू बाजे र, नाचे रे अंजनि का लाला,कितनो बडो भाग रे बाबा, आवो जी आवो माहरा खाटुवाला श्याम जैसे शीर्षक भजनों पर भक्त नाचते झूमते नजर आये।
