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November 14, 2024

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6 सदस्यी दलों ने 17 से 19 फरवरी तक किया सर्वे,  अदभुत फोटो कैमरे में कैद

  • उदंती अभ्यारण्य में तीन दिन सर्वे में 152 प्रजाति के पक्षियां दिखाई दी, दुर्लभ प्रजाति के 20 पक्षियां शामिल है
  • शेख हसन खान, गरियाबंद

गरियाबंद । गरियाबंद जिले के उदंती अभ्यारण्य के 17 फरवरी से 19 फरवरी तक 6 सदस्यी टीम के द्वारा पक्षी सर्वेक्षण कार्य किया गया जिसमें कुल 152 प्रजाति के पक्षी दर्ज किये गये महत्वपूर्ण यह है कि इसमें 20 दुर्लभ प्रजाति के पक्षियाॅ भी पाये गये हैं, जिसमें शाहिन बाज, मलकोहा प्रजाति, मालाबार, के्रस्टेड ट्रीविफ्ट, भारतीय उल्लु, भुरी उल्लु, रूफस बेलीड ईगल, अल्ट्रामरीन फ्लाईकैचर, ग्रे ब्रेस्टेड प्रिनिया, सफेद पेट वाला कटफोडवा मुख्य है, रूफस ट्रीपी हरी मधुमक्खी खाने वाला ये अभी गुजरात के गिर नेशनल पार्क में छोडे गये हैं क्योंकि यह विलुप्त हो रहे हैं और उदंती अभ्यारण्य में भारी संख्या में पाये गये है ये केवल पश्चित घाट, महराष्ट्र, केरल, कर्नाटक में पाये जाते हैं।

उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि उदंती अभ्यारण्य में क्षेत्र निर्देशक प्रणिता पाल की पहल से 06 सदस्यी टीम द्वारा पक्षी सर्वेक्षण कार्य किया गया। इस टीम में अचानकमार टाईगर रिजर्व रिसर्च एसोसिएट अभिजीत शर्मा, लैडस्केप फोटोग्राफर आकाश वीर सिंह, रितेश श्रीवास, हषवर्धन सिंह, युवराज सिंह, शुभम कुमार शामिल थे और टीम के द्वारा सैकडो पक्षियो का तस्वीर कैमरे में कैद किया गया।

गरियाबंद जिले के उदंती अभ्यारण्य राजकीय पशु वनभैसा के लिए पुरे प्रदेश व देश में विख्यात है। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत 1983 में इसकी स्थापना की गई थी यह लगभग 232 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला है। उदंती अभ्यारण्य में अनेक प्रकार के वन्य जीव पाये जाते हैं और धमतरी जिले के सीतानदी अभ्यारण्य एंव गरियाबंद जिले के उदंती अभ्यारण्य को एक साथ मिलाकर 2009 में उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया गया है। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र 1842.52 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में फैला हुआ है।