गरियाबंद जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम बारूका में तेंदुए ने बच्ची पर मारा पंजा, मां ने दिखाई हिम्मत तो पकड़ में आया
- 4 घंटे के अंतराल में तेंदुए ने हमला कर दो लोगों को किया जख्मी
- दोनों का ईलाज जिला अस्पताल गरियाबंद में किया जा रहा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद। जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर ग्राम बारूका में महज 4 घंटे के अंतराल में तेंदुए ने हमला कर बच्ची समेत दो लोगों को जख्मी कर दिया।
पहली घटना में खेत में काम कर रहे 38 वर्षीय मनहरण यादव पर तेंदुए ने हमला कर दिया जिससे तेंदुए के दांत और पंजे से शरीर पर घाव हो गया है। वहीं ढाई साल की मासूम रश्मि यादव पर हमला कर जख्मी कर दिया। दोनों का ईलाज जिला अस्पताल गरियाबंद में किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बारूका गांव में सोमवार को सुबह तेंदुए ने एक युवक पर हमला कर दिया। तेंदुए के दांत और पंजे से कई जगह उसके शरीर पर घाव हो गए।
ग्रामीणों के शोर मचाने पर तेंदुआ झाड़ियों के पीछे भाग गया। वहीं घायल युवक को ग्रामीणों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। दूसरी घटना दोपहर करीब एक बजे की है। रश्मि घर के आंगन में खेल रही थी तभी तेंदुआ ने उस पर हमला कर दिया। चीख पुकार सुनकर पास में काम कर रहे गांव के ही देवानंद यादव ने हिम्मत दिखाते हुए बच्ची को बचाया। जिसके बाद गंभीर स्थिति में रश्मि की जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रश्मि के पिता विश्वकर्मा ने बताया कि घटना के दौरान रश्मि एवम उनकी पत्नी घर में अकेले थी। पत्नी ने फोन पर घटना की सूचना दी। जिसके बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्ची का इलाज जा रही है। बच्ची को सिर, चेहरे और हाथ में गंभीर चोट आई है।
दो लोगों के ऊपर हमला करने के बाद तेंदुआ बच्ची के घर के पास ही विचरण कर रहा था। जैसे ही तेंदुआ घर के पास आया बच्ची की माँ ने वॉलीवाल खेल में उपयोग में की जाने वाली नेट के जरिए तेंदुए को फंदे में फंसा दिया। जैसे ही तेंदुआ नेट के फंदे में फंसा अन्य ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया जिसके बाद वन अमले को सूचना दी गई। वहीं वन मंडल अधिकारी लक्ष्मण सिंह एसडीओ मनोज चंद्रकार और रेंजर भी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस और वन अमले की टीम ने आस पास के क्षेत्र में घेराबंदी की जिसके बाद तेंदुआ को पड़कने बड़ी जाली मंगवाई गई। करीब आधे घंटे के मशक़्कत के बाद वन अमले ने नेट की जाल से लोहे की मजबूत जाली में शिफ्ट किया। वहीं जैसे तेंदुआ पकड़ा में आया अब ग्रामीण दहशत से बाहर आकर तेंदुए को पकड़ने में हिम्मत दिखाने वाली महिला और युवकों की ग्रामीण सरहाना कर रहे हैं।