बेदान्ता के राख से तालाब दूषित, कई एकड़ उपजाऊ जमीन खराब होने की शिकायत, लोगों ने पहले भी की है सरकार से शिकायत
1 min read- ब्रजराजनगर
झारसुगुड़ा जिला में स्थित विभिन्न उद्योग संस्थाओं से निकलने वाली राख एवं कचरा अब चिंता का विषय बन चुका है. पहले ही अखिलभारतीय विशेषज्ञ संस्था ‘नीरी’ ने झारसुगुड़ा अंचल को देश का अत्यंत प्रदूषित अंचल के तौर पर घोषित किया है. इन हालात में कारखानों से निकलने वाली राख लोगों की जान पर भी खतरा बनता जा रहा है. जिला के विभिन्न कारखानों से निकलने वाली राख (खासकर बेदान्त के राख को)को ब्रजराजनगर अंचल में गैर-कानूनी तरीके से डंपिंग किए जाने की समय समय पर शिकायतें होती आ रही हैं.
कुछ स्थानीय नेताओं की मिलीभगत से तथा कुछ व्यक्ति एवम ट्रांसपोर्टर की सहायता से नाला, नदी, खेत, जंगल जमीन एवं आबादी वाले इलाकों में खाली पड़ी जमीन पर राख डाल रहे हैं. इसके चलते खेत एवं जंगल नष्ट होने सहित बारिश के दिनों में नदी, नाला, तालाब अदि के पानी में राख मिलने से अंचल प्रदूषित हो रहा है. ऐसे में मछली पालन के लिए एक व्यक्ति द्वारा खोदी गई तालाब में राख मिश्रित पानी प्रवेश करने के कारण तालाब प्रदूषित होने सहित निकटस्थ जमीन का उपजाऊपन भी नष्ट होने की जिला प्रशासन के पास लिखित शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग हुई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजपुर पंचायत जुनानीमुंडा मौजा के अजीत धल की 10 एकड़ जमीन है. अजीत ने लाखों रुपये खर्च करके मछली पालन के लिए तालाब बनावाया था. उक्त तालाब के पास की जमीन पर बगैर चारदिवारी निर्माण किए राख की डंपिंग किए जाने के कारण राख का ढ़ेर लग गया है. पिछले दिनों हुई बारिश के चलते उक्त राख बहता हुआ अजीत के तालाब में मिल गया है. इसलिए उक्त तालाब राख से भरने ओर दूसित होने सहित मछली पालन के लिए अनुपयोगी हो गया है.
- उक्त राख मिश्रित पानी के चलते उसके बाकी के जमीन का उपजाऊपन भी नष्ट होने की अजीत ने जिलाधीश से लिखित शिकायत की है. उनकी जमीन के पास बेदान्त नामक उद्योग संस्थान का कचरा व राख डालने की अनुमति देने वाले अधिकारी एवं राख डालने वाली कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने सहित उन्हें क्षतिपूर्त्ति एवं जमीन को साफ कराने की अजीत ने मांग की है. अजीत ने उक्त ज्ञापन की नकल बरगढ़ सांसद, ब्रजराजनगर विधायक, आंचलिक प्रदूषण अधिकारी, मृदा संरक्षण अधिकारी एवं मानवाधिकार आयोग एवम प्रेस मिडिया को भेजा है।
मालूम हो कि गत कुछ वर्षों से झारसुगुड़ा जिला में प्रदुषण चरम पर है कई कलकारखानों से निकलने वाले राख से लोगो के स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ रहा है।ऐसे में बेदान्त कंपनी से निकले गए राख को कुछ नेता तथा परिवहनकर्ताओं द्वारा सुनियोजित तरीके से पूरे जिले में खासकर ब्रजराजनगर अंचल में राख को सरकारी तथा गैर सरकारी जमीनों में फैंका जा रहा है जिसकी कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा समय समय पर जिलाधिकारी तथा सरकार से शिकायत की जाती रही है मगर कुछ भ्रस्ट अधिकारियों की मिलीभगत से कोई सुनवाई नही हो रही जिससे जिले के लोगो मे रोष ब्याप्त तो है ही लोगो के स्वास्थ्य में भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।वही गत कुछ दिनों से जिला भाजपा के नेताओ ने भी अपनी नाराजगी तथा शिकायत दर्ज करवा चूके है। अब देखना यह है कि जिला प्रसासन ओर राज्य सरकार इसपर कितना ध्यान देती है।