सदस्यता अभियान में छत्तीसगढ़ BJP का फोकस आदिवासियों पर, 6 जुलाई से अभियान
1 min readरायपुर । छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान में भाजपा का फोकस आदिवासी वोटरों तक पहुंचने का है। भाजपा केंद्रीय संगठन ने प्रदेश में 20 फीसदी सदस्य बढ़ाने का टारगेट दिया है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को आदिवासी इलाकों खासकर बस्तर और सरगुजा में करारी हार का सामना करना पड़ा।
पार्टी आला नेताओं के मंथन में यह बात सामने आई कि आदिवासी वोटर नाराज है और उनको एक बार फिर अपने पाले में लाना है। ऐसे में छह जुलाई से एक महीने के लिए शुरू हो रहे सदस्यता अभियान में आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष फोकस की रणनीति बनाई गई है।
भाजपा के आला नेताओं ने बताया कि विधानसभा चुनाव में आदिवासी बेल्ट की 26 में से 25 सीटें भाजपा ने गंवा दी है। बावजूद इसके लोकसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित बस्तर को छोड़कर बाकी तीन सीट कांकेर, रायगढ़ और सरगुजा में पार्टी उम्मीदवारों को जीत मिली है। आदिवासी वोट बैंक को अपने पाले में करने की रणनीति के तहत ही सरगुजा सांसद रेणुका सिंह को मोदी सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया और उनको आदिवासी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने बताया कि सदस्यता अभियान डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिन से आरंभ होकर एक माह तक चलेगा। सदस्यता अभियान में मिस्ड काल कर सदस्य बनाने के साथ-साथ सदस्यता पर्ची का विकल्प भी मौजूद रहेगा।
हर जिले में तीन वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी
सदस्यता अभियान के लिए प्रदेश स्तर पर सांसद संतोष पांडेय, किरण देव को केंद्रीय नेतृत्व ने जिम्मेदारी सौंपी थी। लोकसभा सत्र के कारण संतोष पांडेय की व्यस्तता को देखते हुए कृष्णा राय को भी टीम में शामिल किया गया है। इसके साथ ही जिले में तीन वरिष्ठ नेताओं को सदस्यता अभियान की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसमें पूर्व विधायकों को भी शामिल किया जाएगा।