BJP ने पूछा : हज़ारों मरीजों के लिए महज़ 560 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था कर प्रदेश सरकार शर्म महसूस क्यों नहीं कर रही?
1 min read- भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शर्मा का कोरोना के इलाज को लेकर प्रदेश सरकार की लफ़्फ़ाजियों पर तीखा हमला
- मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री आँखों पर पट्टी बांधे, कानों में रुई ठूसे और मुँह में दही जमाए बैठे; कोविड सेंटर्स का मुआयना करना ज़रूरी नहीं समझ रहे
- रायपुर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने कोरोना संक्रमण के इलाज की व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही लफ़्फ़ाजियों पर तीखा हमला बोला है। श्री शर्मा ने कहा कि एक ओर प्रदेश में रोज़ हज़ारों कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे हैं, और दूसरी तरफ प्रदेश सरकार ऊँट के मुँह में ज़ीरे के समान चिकित्सा व्यवस्था देकर व्यर्थ में ही गाल बजा रही है। कोरोना के मोर्चे पर प्रदेश सरकार की सोच व तैयारियाँ उसकी अक्लमंदी और समझ पर सवाल खड़ा कर रही हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि सितम्बर की शुरुआत से ही प्रदेश में जिस रफ़्तार के साथ कोरोना का संक्रमण बढ़ा है, उसे देखकर यह लग रहा है कि छत्तीसगढ़ बहुत ज़ल्द देश का कोरोना संक्रमण वाला अव्वल राज्य हो जाएगा। जिस छत्तीसगढ़ की तुलना न्यूज़ीलैंड से करके और राहुल गांधी के टिप्स का हवाला देकर प्रदेश सरकार कोरोना मुक्त छत्तीसगढ़ के दावे करती इठला रही थी, उस छत्तीसगढ़ के हर गली-मुहल्लों में कोरोना संक्रमण को पहुँचाकर प्रदेश सरकार ने अपने निकम्मेपन की इबारत ख़ुद अपने हाथों लिख दी है। श्री शर्मा ने कहा कि हज़ारों-हज़ार कोरोना मरीजों के लिए महज़ 560 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था करके प्रदेश सरकार को अपनी वाहवाही कराने में ज़रा-सी भी शर्म महसूस क्यों नहीं हो रही है?
जिस छत्तीसगढ़ में रोजाना ढाई से तीन हज़ार कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं, वहाँ 22 हज़ार बेड्स का दावा करने वाली प्रदेश सरकार के मौज़ूदा इंतज़ाम देखकर उसकी अक्लमंदी पर तरस आ रहा है। सरकार का यह रवैया फिर यह साबित कर रहा है कि प्रदेश सरकार की सूझबूझ और समझ पर पूरी तरह पाला पड़ गया है और वह इस महामारी से निपटने के लिए क़तई गंभीर और संवेदनक्षम नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री अब भी आँखों पर पट्टी बांधे, कानों में रुई ठूसे और मुँह में दही जमाए बैठे हैं और वे न तो प्रदेश के कोविड सेंटर्स का मुआयना करना ज़रूरी समझ रहे हैं और न ही प्रदेश के सभी लोगों को साथ और विश्वास में लेकर इस ज़ंग का मुक़ाबला करने तैयार हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के कोविड सेंटर्स में न तो पर्याप्त चिकित्सा उपकरण हैं, न ही ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। मरीजों को इलाज के अस्पतालों में भर्ती तक नहीं किया जा रहा है, जो मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं, उनके पेफड़ों की जाँच के लिए एक्स-रे मशीन नहीं है, मरीजों को समय पर चाय, नाश्ता, काढ़ा, भोजन और दवाएँ तक समय पर नहीं मिल पा रही हैं। श्री शर्मा ने कहा कि राजधानी के ही इनडोर स्टेडियम में बनाए गए कोविड सेंटर में ही जब मरीजों को बदबूदार भोजन परोसा जा रहा है, जहाँ आवारा कुत्ते जब-तब घूमते देखे जा रहे हैं, तो प्रदेश के दूरस्थ कोविड सेंटर्स की नारकीय स्थिति की कल्पना करना कठिन नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की भयावह स्थिति पर हर एक संवेदनशील नागरिक को रोना आ रहा है।
- प्रदेश में एक तरफ कोरोना और उससे हो रही मौतों की चीखें गूंज रही हैं और दूसरी तरफ प्रदेश सरकार अपनी झूठी वाहवाही के शोर से बाहर निकलकर सच का सामना करने को तैयार ही नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि आज कोरोना टेस्टिंग में छत्तीसगढ़ 20वें स्थान पर है और पिछले महज़ 13 दिनों में प्रदेश में कोरोना के 30 हज़ार मामले सामने आए हैं। अब तक प्रदेश में कोरोना के मामलों का कुल आँकड़ा रविवार तक 63,991तक पहुँच चुका है। कोरोना से हो रही मौतों का आँकड़ा भी दिल दहलाने लगा है। रविवार को हुईं 16 मौतों के साथ प्रदेश में इन 13 दिनों में मौतों का आँकड़ा भी दुगुना 277 से बढ़कर 555 हो गया है।