कृषि बिल पास कर केन्द्र के मोदी सरकार ने किसानों की आत्मा पर प्रहार किया है : स्मृति ठाकुर
- जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने पत्रकारों से किया चर्चा
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
मैनपुर – कृषि प्रधान देश में अन्नदाताओं के खिलाफ षडयंत्र रचकर केन्द्र के भाजपा सरकार ने हमारे देश की आत्मा पर प्रहार किया है|यह बिल कृषि क्षेत्र को पुंजीपतियों के हाथो में गिरवी रखने वाले है| कांग्रेस पार्टी किसानों के हित के लिए सडक से लेकर सांसद तक पुरी शिद्दत के साथ यह लडाई लडेगी उक्त बाते जिला पंचायत गरियाबंद के अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। श्रीमती ठाकुर ने आगे कहा कि लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित किसान विधेयक देश में पिछले 50 से अधिक वर्षो से स्थापित कृषि व्यवस्था को बर्बाद कर देगी, दो कृषि विपणन विधेयकों से किसानों से मिलने वाले न्युनतम समर्थन मूल्य और उनकी सरकारी खरीदी की प्रणाली खत्म हो जाऐगी|
किसानों के साथ मंडी में कार्यरत कई मजदूर बेरोजगार हो जाऐंगे|श्रीमती ठाकुर ने किसान विरोधी बिल को पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि केन्द्र के भाजपा सरकार किसानो को खत्म करने के साथ पुंजीपतियों को फायदा पहुचाना चाहती है, केन्द्र सरकार कहती है| इस बिल से किसान अपनी फसलों को देश के कोई भी राज्य में कही भी ले जाकर बेंच सकते है, लेकिन आज की परिस्थितियों में किसान अपनी फसलों को एक जिले से दुसरे जिले ले जाने की स्थिति में नहीं है|
ऐसे में किसान दुसरे प्रदेशो में अपनी फसलों को कैसे बेच पायेंगे उन्होने दावा किया कि ये काले कानून किसानों और मजदुरों के शोषण के लिए बनाए जा रहे है|किसानों की आय दुगुनी करने का वायदा किया था लेकिन मोदी सरकार के काले कानून किसान खेतीहार मजदूर का आर्थिक शोषण करने के लिए बनाए जा रहे है।