देश के बजाए चुनाव संभालने वाला मंत्रिमंडल बनाम धूल चेहरे पर और आईना साफ करना : राकेश तिवारी
- न्यूज रिपोर्टर, रामकृष्ण ध्रुव
केन्द्र की मोदी सरकार के हर मोर्चे पर बुरी तरह असफल होने के बाद अब भाजपा की प्राथमिकता मात्र बचे हुए राज्यों और 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव ही रह गई है।
उक्त बातें गरियाबंद जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राकेशतिवारी ने केन्द्र सरकार में मंत्रिमंडल के भारी फेरबदल और विस्तार पर कही और आगे कहा कि बहुप्रतिक्षित विस्तार को लेकर केन्द्र सरकार विफलताओं के लिए बलि का बकरा तलाश कर राज्यों में होने वाले चुनावों में जीत के सपने देखे रही है,क्योंकि मोदी सत्ता की प्राथमिकता मात्र चुनाव जीतना ही है।
देश की हालत किसी से नहीं छिपी है, आर्थिक बदहाली ने मॅहगाई को चरम पर पहुॅचा दिया है, लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को नहीं हटाया गया क्योंकि वह मोदी सत्ता के लिए सुविधाजनक है। जबकि करोना महामारी में असफलता के लिए डाॅ.हर्षवर्धन को बलि का बकरा बना दिया गया है लेकिन हकीकत में तो महामारी प्रबन्धन ‘नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन तो प्रधानमंत्री मोदी है। मतलब तो यही है कि ‘धूल चेहरे पर है और आईना साफ करने’का प्रयास किया गया है। रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावडेकर और बाबूल सुप्रियो जैसे कई नाम हैं जिन्हें मंत्रिमंडल से हटा कर मोदी सत्ता ने न सिर्फ अपनी ताकत दिखाई है बल्कि ये संदेश भी दिया है कि केंद्रीय सत्ता का चेहरा सिर्फ मोदी ही है।
राकेशतिवारी ने आगे कहा कि संतोष गंगवार को शायद इसलिए हटा दिया गया क्योंकि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र बरेली में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के लिए योगी सरकार की आलोचना की थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया और नारायण राणे को पुरस्कृत कर अन्य दूसरे दलों के नेताओं को आमंत्रित करने का एक प्रयास मात्र है।
राकेश तिवारी ने आगे कहा कि देश में आज पेट्रोल,डीजल और घरेलू गैस के साथ साथ आम रोजमर्रा उपयोग की चीजों की कीमतें आसमान छू रही है और करोना महामारी के कहर से देश जूझ रहा है और मोदी सरकार केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार कर आने वाले समय में ग्यारह राज्यों सहित 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में जीत के सपने संजो रही है।