संस्कृति को आगे बढ़ाने छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार गंभीर : कवासी लखमा
- कुम्हार समाज के सम्मेलन में अमलीपदर पहुंचे आबकारी मंत्री लखमा का फुल मालाओं से जोरदार स्वागत
- रामकृष्ण ध्रुव, मैनपुर
छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा आज रविवार को दोपहर मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम अमलीपदर में कुम्हार समाज का जिला स्तरीय सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे तो कुम्हार समाज व अमलीपदर क्षेत्र के ग्रामीणों ने जोरदार फुलमालाओं से श्री लखमा का स्वागत किया। इस दौरान मंत्री लखमा ने कुम्हार समाज सामुदायिक भवन का पुजा अर्चना कर लोकार्पण किया और आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुम्हार समाज काफी मेहनतकश समाज है। इस समाज की गौरवशाली परम्परा है। आज कुम्हार समाज के द्वारा जो भी आवेदन मागंपत्र उन्हे दिया गया है, उसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को अवगत कराकर पुरा किया जायेगा।
उन्होंने जिला स्तर में कुम्हार समाज भवन निर्माण करवाने का आश्वासन भी दिया है। श्री लखमा ने आगे कहा कि छत्तीसगढ के भूपेश बघेल सरकार आज छत्तीसगढ की संस्कृति को आगे बढ़ान का कार्य कर रही है। गरीब किसान, मजदूर, छात्र , व्यापारी सभी वर्गो के विकास और उत्थान के लिए भुपेश बघेल सरकार द्वारा अनेक येाजनाए संचालित किया जा रहा है। श्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ के कांग्रेस सरकार गांव तथा ग्रामीणाें को आर्थिक रूप से मजबूत तथा स्वावलम्बी बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है।
गोधन न्याय योजना नरवा, गरवा, घुरूवा और बाडी योजना, हाट बाजार सुपोषण योजना, पढाई तुम्हर द्वार, इंग्लिश मिडियम स्कूल इन योजनाआें में गांव तक मूलभूत सुविधाओं की पहुंच को आसान व सुगम बनाया है, श्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार अपने वायदे के अनुसार किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों के धान को समर्थन मूल्य पर खरीदी किया, साथ ही उन्होने केन्द्र के नरेन्द्र मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि लगातार पेट्रोल – डीजल के कीमतो में वृध्दि किया जा रहा है,श।किसानों की समस्या केन्द्र के भाजपा सरकार को कोई लेना देना नही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्मृति ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार ने जो भी वायदा जनता से किया था, उन सभी वायदों को पुरा कर रही है। एक तरफ जब देशभर के किसान समर्थन मूल्य के लिए महीनों से आंदोलित है सडकों पर लड़ाई लड़ रहे हैं उस समय छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार ने अपने राज्य के 21.5 लाख किसानों से लगभग 91.5 लाख मैट्रिक टन धान घोषित समर्थन मूल्य पर खरीदकर एक रिकार्ड बनाया है। श्रीमती ठाकुर ने आगे कहा कुम्हार समाज ने अत्यंत मेहनतकश समाज के रूप में ख्याति अर्जित की है। अपने सृजन और कलाकृतियों के बल पर देश दुनिया को आगे बढाने में कुम्हार समाज का विशेष योगदान रहा है। प्राचीनकाल में जब धातुनिर्मित वस्तुआें का प्रचन नहीं था तब से लेकर अब तक मिटटी के बर्तनों का विशेष महत्व है जिसका पुरा श्रेय कुम्हार समाज के भाईयों को जाता है।
जिला पंचायत गरियाबंद के उपाध्यक्ष संजय नेताम ने कहा कि आज हमारे इस क्षेत्र में छत्तीसगढ के मंत्री पहुंचे है।निश्चित रूप से इस क्षेत्र को मंत्री महोदय के द्वारा सौगात दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार गांव गरीब किसानों की सररकार है। केन्द्रीय कमेटी कुम्हार समाज छत्तीसगढ ओडिसा के अध्यक्ष मोरध्वज चक्रधारी ने मंत्री महोदय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए मांग किया कि कुम्हार समाज को शासन के द्वारा प्रदत पांच एकड जमीन राजस्व विभाग द्वारा प्रदान किया जाए, मांटी कला प्रशिक्षण केन्द्र का स्थापना जिला स्तर पर किया जाए। ईट बनाने मशीन प्रत्येक कुम्हारों के गांव में अनुदान के रूप मे दिया जाए कुम्हारों के प्रत्येक परिवाराें को विद्युत चलित चाक निःशुल्क प्रदान किया जाए। कुम्हार समाज के छात्र छात्राआें के लिए उच्च शिक्षा हेतु शिक्षा स्तर पर छात्रावास भवन की स्वीकृति प्रदान किया जाए। कुम्हार समाज को विशेष पिछडी जनजाति का दर्जा प्रदान किया जाए।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से केन्द्रीय कमेटी कुम्हार समाज अध्यक्ष मोरध्वज चक्रधारी, जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम, श्रीमती शीला प्रजापति, कांग्रेस जिला अध्यक्ष भावसिंह साहू, ग्राम पंचायत अमलीपदर के सरपंच सेवन पुजारी, कांर्तिक पांडे, वरूण चक्रधारी, खगेश्वर नागेश, ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष ललिता यादव, युवा कांग्रेस अध्यक्ष पंकज मांझी, श्रवण सतपति, पूर्व जनपद अध्यक्ष उमेश पटेल , अनुराग वाघे,दामुधर सोरी, राजेश जगत, जयलाल पांडे, भुषण पांडे, भवन सिंह पाडे, लोक नाथ चक्रधारी, गंगाराम पांडे, उदयनाथ पांडे, उग्रेपांडे, बंसत पांडे, राजेन्द्र चक्रधारी, किशोर पांडे, चैतन चक्रधारी, कैलाश चक्रधारी, रिपुसुदन चक्रधारी व कुम्हार समाज के साथ क्षेत्र के कांग्रेस जन तथा सैकड़ाें की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।