झारसुगुड़ा जिला में कोल बियरिंग एक्ट की सुनवाई हो, सुरेश पुजारी ने संसद में उठाया मुद्दे
- कोयला खदान यहां तो सुनवाई 300 किमी दूर क्यों ?
- ब्रजराजनगर
कोयला खदान झारसुगुड़ा जिला में तो इससे जुड़े मामले की सुनवाई के लिए 300 किमी दूर लोग क्यों जाए| यह मांग भाजपा के राष्ट्रीय सचिव पूर्व ओडिशा भाजपा अध्यक्ष तथा बरगढ़ लोकसभा के सांसद श्री सुरेश पुजारी ने संसद में उठाया| श्री पुजारी ने कहा कि गत 1980 से झारसुगुड़ा जिला में एमसीएल कम्पनी द्वारा कोयला निकाला जा रहा है|
कोयला खदान में नियम के अनुसार दो तरह से नोकरी देने का प्रावधान है|एक जमीन धारकों को दूसरा कोल बियरिंग के माध्यम से मगर कोल बियरिंग एक्ट के कानूनी लड़ाई के लिए स्थानीय लोगो को करीब 300 किमी दूर ढेंकानाल में जाकर केश लड़ा जाता है। इसमें झारसुगुड़ा से संबलपुर फिर संबलपुर से अंगुल और अंगुल से ढेंकानाल जाने से लोगो का पैसा और समय दोनो ही नष्ट होता है|
श्री पुजारी ने कोयला मंत्रालय तथा कानून मंत्रालय से मांग की है कि जल्द से जल्द झारसुगुड़ा जिला का कोल बियरिंग एक्ट की कोई भी सुनवाई झारसुगुड़ा में ही किया जाए तथा इसके लिए झारसुगुड़ा के जजों को नियुक्त किया जाए|गौरतलब हो कि गत दिन झारसुगुड़ा वकील संघ का एक प्रतिनिधि मंडल ने श्री पुजारी से मिलकर यह मांग रखी थी जिसपर श्री पुजारी ने इसपर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करवाने का अस्वासन दिया था| मालूम हो कि गत काफी समय से स्थानीय लोगो द्वारा भी यह मांग जोरशोर से उठाया जा रहा है कि जब कोयला खदान यहां पर केश यहां का तो फिर ढेंकानाल जिला जाकर लोग केश क्यो लड़े|श्री पुजारी के इस मांग पर कोयला छेत्र से जुड़े लोगों में आशा और उम्मीद की किरण जगी है।