डॉ. सुरेंद्र दिव्याकर के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल को मिला सर्जन
1 min read- गोलू कैवर्त, बलौदाबाजार
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल एक विशेषज्ञ सर्जन के लिए जूझ रहा था ।लेकिन डॉ सुरेंद्र दिव्याकर के पोस्टिंग के साथ ही विशेषज्ञ सर्जन की समस्या से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल को अब जूझना नहीं पड़ेगा।डॉ सुरेंद्र दिव्याकर एक कुशल विशेषज्ञ सर्जन के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कसडोल में विगत कुछ माह पूर्व पदस्थापना लिए हैं।गौरतलब हो कि डॉ सुरेंद्र दिव्याकर सर्जन बनने से पूर्व वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में पूर्व में भी विगत 5-6 साल तक एक कुशल चिकित्सा अधिकारी के रूप में पूरी निष्ठा के साथ अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
डॉ सुरेंद्र दिव्याकर कुछ नया करने की सकारात्मक उद्देश्य के साथ छत्तीसगढ़ की राजधानी स्थित छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अस्पताल डॉ भीमराव अम्बेडकर मेकाहारा रायपुर से विशेष सर्जन की पढ़ाई एवं एम एस की डिग्री हासिल करने के लिए विगत कई सालों तक काफी पढ़ाई किये ।सर्जन की पढ़ाई पूरी होने के उपरांत कसडोल विधानसभा के जनता की सेवा करने के उद्देश्य से डॉ सुरेंद्र दिव्याकर पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कसडोल में पदस्थापना लिए है।डॉ सुरेंद्र दिव्याकर के पदस्थापना की जानकारी मिलते ही शुभकामनाएं देने का तांता लगा हुआ है।
लोग डॉ दिव्याकर से गुलदस्ता भेंटकर शुभकामनाएं प्रेषित किये हैं।इसके अलावा क्षेत्र वासियों ने भी डॉ सुरेंद्र दिव्याकर को मोबाइल से शुभकामनाएं प्रेषित कर बधाई दिये हैं।आपको यह जानना जरूरी है कि डॉ दिव्याकर पूर्व सेवानिवृत्त मंडल संयोजक घनश्याम प्रसाद दिव्याकर धमलपुर पोस्ट कटगी निवासी का सुपुत्र हैं एवं पूर्व सेवानिवृत्त कसडोल अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के रूप में सेवा देने वाले डॉ आर एस जोशी के दामाद हैं।डॉ दिव्याकर का कसडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थापना होने से अस्पताल स्टाफ से लेकर आम जनमानस में हर्ष व्याप्त है।प्रेस क्लब यूनियन लवन से अध्यक्ष योगेश सिंघम, प्रमुख सलाहकार गोलू कैवर्त, सरंक्षक अनादि शंकर वर्मा, सुमंत साहू ने हर्ष व्यक्त किए हैं।डॉ सुरेंद्र दिव्याकर सर्जन के रूप में पदस्थापना लेते ही केवल 3-4 माह कोरोना काल के समय मे लगभग 40-50 अवस्था वाले मरीजों का सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर उचित उपचार में उत्कृष्ट योगदान दिये हैं।जिसमें हार्निया,हाइड्रोसिल, फिसर फिस्तूला,पाइल्स, स्तन के गांठ, डायबिटीज, एवं चोटों का सफल इलाज किये गए हैं।सर्जन मिलने से ग्रामीण से लेकर शहर के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों के भारी भरकम फीस से राहत मिलेगा।मरीजों को रायपुर ,बिलासपुर के बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने से छुटकारा मिलेगा।