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December 17, 2025

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लालगढ़ में गोंडी कोया पुनेम जात्रा में आदिवासी समाज द्वारा संवैधानिक सांस्कृतिक प्रशिक्षण

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 
  • आदिवासी समाज के भव्य कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंचे समाज के वरिष्ठजन

गरियाबंद । तहसील मुख्यालय से 02 किमी दूर प्रमुख धार्मिक स्थल लालगढ़ पहाड़ी मे आज रविवार को आदिवासी समाज द्वारा गोंडी काया पुनेम जात्रा का आयोजन किया गया इस आयोजन मे शामिल होने आदिवासी समाज के कई बड़े नेता प्रदेश के कोने कोने से पहुंचे। इष्टदेव बुढ़ादेव की पूजा अर्चना कर विशाल शोभा यात्रा निकाली गई। इस माके पर प्रमुख रूप से मुख्य प्रवक्ता नारायण मरकाम, श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ,संजय नेताम, परसु ठाकुर,उत्तम कोमर्रा, अर्जुन सिंह नेताम, निरंजन मरकाम, भुवनेश्वर कोर्राम, बीरबल नेगी, कमलाबाई नागेश, परमेश्वर मरकाम, गगन नेगी, गज्जू सिंह नेगी एवं आदिवासी समाज के वरिष्ठजन उपस्थित थे।

इस दौरान नौ दिनो तक चलने वाली गोंडी कोया पुनेम पवित्र जात्रा कार्यक्रम के तहत युवक युवती सम्मेलन एवं संवैधानिक सांस्कृति प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम को संबंोधित करते हुए मुख्य प्रशिक्षक नारायण मरकाम कर्वधा में कहा जल जंगल जमीन मे पहला अधिकार आदिवासियों का है। हमारे देवी देवता जंगल,, पहाड़ी मे वास करते है। जल जंगल जमीन हमारा है और हम अपनी संस्कृति और परंपरा के अनुसार, जहां चाहे पूजा अर्चना कर सकते हैं। हमें सरकार नही रोक सकता, लालगढ़ पहाड़ी क्षेत्र मे अनेक देवी देवताओं का वास है और आदिवासी समाज सहित क्षेत्र के लोग यहां पूरी आस्था के साथ पहुंचते है। आने वाले समय मे लालगढ़ की ख्याति दूर दूर तक फैलेगी। श्री मरकाम ने कहा आज क्षेत्र के लोगों को शिक्षक, बिजली, स्वास्थ्य, डाक्टर, सड़क, सिंचाई सुविधा के लिये धरना प्रदर्शन आंदोलन करना पड़ रहा है। हमें अपने अधिकार पाने के लिये जागरूक होना पड़ेगा।

जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम ने कहा जल, जंगल, जमीन पर भूमकाल से आदिवासी जन प्राकृतिक संसाधनो और वनो की रक्षा करते आ रहे है, किन्तु आज वन और आदिवासी संस्कृति खतरे मे है। आदिवासी नेता महेन्द्र नेताम एवं संजय नेताम ने कहा आदिवासी समाज की एक अलग परंपरा व संस्कृति है समाज को विकास के मुख्य धारा पर ले जाने के लिये हमे सबसे ज्यादा ध्यान शिक्षा पर देना होगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से ललित मरकाम, श्रवण दीवान, खिलेंद्री परस, कमलेश्वरी नागेश बुधिया बाई नागेश, विजेंद्र कुमार कोमर्रा, परशुराम ठाकुर,जयंती बाई नेगी, तेजराम विद्रोही रेखा राम साहू, पदम लाल नेताम, लैसर ओटी, गोकर्ण नागेश, प्रताप मरकाम, परमेश्वर मरकाम, युवराज नेताम, ताराचंद नागेश, रवि सिंह नागेश, सुरेश मरकाम, ललित मरकाम, गगन नेगी, वेद प्रकाश नागेश, धन सिंह नेगी, माधुरी ठाकुर,कामेश्वरी ध्रुव, भुवनेश्वर कोराम, सोनू भाई मरकाम, दुखमत बाई कोमर्रा, सुलोचना ठाकुर, भूपेंद्र नेताम, कुमेश्वरी ओटी नंदनी नागेश बिरबल नेगी, तिहारु मरकाम, चंद्र सेन नेताम ,देवी सिंह नागेश, तिरलोक नागेश एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे। युवक युवती सम्मेलन के साथ ही यहां रेलापाटा एवं आदिवासी समाज के अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।