कोरोना वारियर्स के सम्मान में हुई चूक, उत्कृष्ट वारियर्स को किया गया नजरअंदाज
1 min readShikha Das, Mahasamund
सम्मान सूची में बदलाव की जांच की मांग, कर्मचारी संघ ने की संसदीय सचिव से मुलाकात
महासमुंद। छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने स्वतंत्रता दिवस पर कोरोना वारियर्स के सम्मान कार्यक्रम में उत्कृष्ट वारियर्स को नजरअंदाज करने की शिकायत की है। उन्होंने सम्मान सूची में किए गए बदलाव की जांच करने की मांग को लेकर संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर से मुलाकात की। साथ ही मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रमोद तिवारी, ओम नारायण शर्मा, सुरेश पटेल, आदित्य सिंह ठाकुर, आरके अवस्थी आदि संसदीय सचिव निवास पहुंचे और संसदीय सचिव श्री चंद्राकर से मुलाकात की। इस दौरान पदाधिकारियों ने बताया कि सरकार द्वारा 15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिले में कोरोना वायरस से बचाव हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को पुरस्कृत करने का निर्णय सराहनीय था।
इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार का आभार जताया लेकिन सम्मान कार्यक्रम में हुई चूक की ओर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर का ध्यानाकर्षित कराते हुए बताया कि सम्मानित होने वाले पात्र अधिकारी-कर्मचारियों का चयन के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा समिति बना कर जिला मुख्यालय सहित समस्त विकासखण्डों से पात्र कर्मचारियों को चिन्हांकित कर सूची तैयार की गई थी लेकिन उक्त सूची को परिवर्तित कर निर्धारित प्रोटोकाल के विपरीत ऐसे अधिकारी-कर्मचारी के नाम जोड़ कर सम्मानित किया गया, जिनके द्वारा कोरोना वायरस नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए किसी प्रकार के उल्लेखनीय कार्य संपादित नहीं किए गए हैं। ऐसे में रोजाना देररात तक संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी जान जोखिम में डालकर जनस्वास्थ्य के लिए कर्तव्य निभाने वाले उत्कृष्ठ कोरोना वारियर्स स्वास्थ्यकर्मी स्वयं को छला हुआ मसहूस कर रहे हैं। उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की। जिस पर संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।