डुमरघाट आंगनवाड़ी भवन निर्माण में भ्रष्टाचार 5 साल बाद भी अधूरा, कार्यकर्ता ने अपने स्वयं के खर्च से दरवाजा लगवाया
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- शिकायत के बावजूद अब तक नहीं हुई कार्रवाई, गरियाबंद कलेक्टर से जांच की मांग
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों में शासकीय निर्माण कार्यो की माॅनीटरिंग करने वाले जिम्मेदार अधिकारियो के निष्क्रियता और लापरवाही के चलते निर्माण एजेंसी द्वारा आधे अधुरे निर्माण कार्यों को अंजाम देकर पूरी राशि आहरण कर लिया जा रहा है। शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। जिसका खामियाजा क्षेत्र के ग्रामीणों को उठाना पड़ रहा है।

ऐसी ही एक चौकाने वाला मामला ग्राम पंचायत बोईरगांव के आश्रित ग्राम डुमरघाट से आया है जहां आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए लाखो रूपये सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया। आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य 4-5 वर्ष बाद भी पूरा नहीं हुआ। आंगनवाड़ी भवन का आधा अधुरा निर्माण कर संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा पूरी राशि का आहरण किए जाने की भी जानकारी मिली है।
बकायदा मूल्यांकन और भौतिक सत्यापन भी संबंधित अधिकारियो के द्वारा मौके पर जाए बगैर टेबल पर बैठकर कर दिया गया है जिसका खामियाजा आंगनबाड़ी के छोटे -छोटे नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। इस आंगनबाड़ी में 15 बच्चे हैं। भवन अधुरा छोड़ दिया गया सामने से आंगनबाड़ी भवन चकाचक दिखाई देता है लेकिन भवन का दरवाजा नहीं लगाया गया और तो और कीचन में फ्लोरिंग नही किया गया। शौचालय का निर्माण अधुरा छोड़ दिया गया यहां के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने स्वयं के खर्च से दरवाजा लगवाया है ताकि यहां के बच्चे और समाग्री सुरक्षित रहे साथ ही फ्लोरिंग नही करने के कारण इसे मिट्टी से फ्लोरिंग कर कार्य चलाया जा रहा है। इस आंगनबाड़ी को गैस चूल्हा सिलेंडर भी नसीब नहीं हुआ है। धुआं कमरे के अंदर भर जाता है। छोटे -छोटे बच्चो को भारी परेशानी होती है।
- गरियाबंद कलेक्टर से जांच की मांग
ग्राम के ग्रामीणों ने इस मामले की जांच की मांग गरियाबंद के कलेक्टर भगवान सिंह उइके एवं एसडीएम मैनपुर डॉक्टर तुलसीदास मरकाम से करते हुए संबंधित निर्माण एजेंसी से राशि वसूलने और सरकारी राशि का दुरुपयोग करने वाले निर्माण एजेंसी पर कार्यवाही की मांग की है।
