गरियाबंद जिले के छुरा क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क निर्माण में भारी लापरवाही के साथ भ्रष्टाचार
- सड़क निर्माण के बाद ही जगह-जगह से उखाड़ रहा, सड़क के बीचोंबीच से बिजली खंभा हटाना भी उचित नहीं समझा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद जिले के भीतर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण किए गए सड़क में जहां एक और भारी भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है वहीं दूसरी ओर विभाग की लापरवाही का आलम यहां है की बिजली का पोल भी सड़क निर्माण कार्य के दौरान जिम्मेदारों को दिखाई नहीं दिया और मनमानी तरीके से निर्माण कार्य को अंजाम दिया गया है जिसका खामियाजा ग्रामीणों को आने वाले दिनों में दुर्घटना के रूप में भुगतना पड़ सकता है लेकिन इस ओर शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अफसर द्वारा ध्यान नहीं दिया जाना समझ पर है,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) में गड़बड़ी की समय-समय पर खबरें आती रहती हैं, लेकिन हम आपसे PMGSY की एक ऐसी तस्वीर साझा कर रहे हैं, जो हमेशा के लिए आपके मन-मस्तिष्क में अंकित हो जाएगी.

गरियाबंद जिले में प्रधानमंत्री – जनजाति आदिवासी न्याय महाभियान (PM JANMAN) के तहत बन रही पीएमजीएसवाय सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. छुरा तहसील के घटकर्रा गांव में 31.63 लाख रुपये की लागत से बनी 700 मीटर लंबी सड़क पहली ही बारिश में उखड़ने लगी है. लेकिन उससे भी बड़ी बात यह है कि बिजली खंभे के इर्द-गिर्द से सड़क बना दी, जो किसी दिन किसी बड़े हादसे की वजह बन सकती है. ग्रामीणों का विरोध, पर कार्रवाई नहीं स्थानीय ग्रामीणों ने निर्माण की शुरुआत से ही अनियमितताओं की शिकायत की थी. ग्रामीणों ने घटिया सामग्री के उपयोग के साथ बारिश के दौरान डामरीकरण कराने के आरोप लगाया था. विरोध के चलते कुछ दिन काम रुका भी रहा, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने ठेकेदार पर तो कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टे उसे संरक्षण देते हुए कार्य फिर शुरू कर दिया.
- सरकार की मंशा पर पलीता लगाते नजर आ रहा विभाग
सरकार की मंशा और जमीनी हकीकत PM JANMAN योजना का उद्देश्य विशेष पिछड़ी जनजातियों को सालभर सड़क संपर्क सुविधा देना है. लेकिन गरियाबंद में यह योजना भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकार होती नजर आ रही है, जिससे आदिवासी अंचलों के विकास का सपना अधूरा रह सकता है.
- क्या कहते हैं अफसर
विभाग की सफाई और सवाल
PMGSY एसडीओ विनय गिदवानी ने कहा कि बारिश के पहले बीटी कार्य करना था, उससे पहले ही पोल शिफ्टिंग का बिजली विभाग को डिमांड भेजा गया है. मंजूरी मिलते ही हटा दिया जाएगा. सड़क के कार्नर में है. हादसा न हो इसलिए पोल में रेडियम भी चिपकाया गया है।
