जब विदाई मैच पर युवराज ने … पास नहीं हुआ तो घर चला जाऊंगा
1 min readटीम इंडिया के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने सोमवार को क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान किया। इस दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने ‘यो-यो’ टेस्ट में विफल होने पर उन्हें विदाई मैच का वादा किया था।अपने संन्यास को लेकर किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदाई मैच के सवाल पर सिक्सर किंग युवराज सिंह ने कहा कि मैं अभी कुछ नहीं बोलूंगा, क्योंकि टीम इंडिया अभी वर्ल्ड कप खेल रही है और मैं कोई विवाद नहीं चाहता।लगभग 17 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास की घोषणा करने वाले 37 साल के युवराज ने संन्यास की घोषणा के लिए बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुझे बोला गया था कि अगर आप यो-यो टेस्ट में पास नहीं होगे तो आप विदाई मैच खेल सकते हो। हालांकि, युवराज इस टेस्ट में पास हो गए और उन्हें विदाई मैच खेलने का मौका नहीं मिला।
भारत टीम में जगह बनाने के लिए अब इस टेस्ट को पास करना जरूरी है। लेकिन जब युवराज से इस मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में बात करने के लिए भविष्य में काफी समय है। बता दें कि पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने विदाई मैच नहीं खेलने का दर्द बयां किया था, लेकिन युवराज ने ऐसे मैच से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैंने बीसीसीआई में किसी से नहीं कहा कि मुझे अंतिम मैच खेलना है। अगर मैं अच्छा था, मेरे अंदर क्षमता थी तो मैं मैदान से संन्यास लेता। मुझे इस तरह का क्रिकेट खेलना पसंद नहीं है कि मुझे एक मैच चाहिए।’
युवराज ने कहा, ‘मैंने बीसीसीआई से कहा कि मुझे विदाई मैच नहीं चाहिए, यो-यो टेस्ट पास नहीं हुआ तो मैं चुपचाप घर चला जाऊंगा। यो-यो टेस्ट मैंने पास किया और इसके बाद चीजें मेरे हाथ में नहीं थीं।’
‘यो-यो’ टेस्ट में 20 मीटर की दूरी पर दो कोन रखे जाते हैं। खिलाड़ी लगातार दो लाइनों के बीच दौड़ता है और बीप की आवाज के साथ खिलाड़ी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचना होता है। इससे खिलाड़ी की फिटनेस और मजबूती का आकलन होता है।