करोड़ों के जीएसटी चोरी में अब तक पांच को जेल
1 min readतीन दर्जन से अधिक सफेदपोश जीएसटी खुफिया टीम के राडार पर
राउरकेला। शहर में सैकड़ों करोड़ की जीएसटी की चोरी की जांच विभागीय अधिकारियों द्वारा जांच पड़ताल जारी है। दस माह के भीतर जीएसटी की खुफिया विभाग व सीपीयू विभाग ने 100 करोड़ से अधिक की जीएसटी की चोरी में पांच कारोबारियों को गिरफ्तार किया और सभी आरोपी अभी तक जेल में हैं। तीन दर्जन से कारोबारी जीएसटी चोरी की सूची में है, जिन्होंने फर्जी इनवॉइस से सैकड़ों करोड़ के जीएसटी चोरी किया है, लेकिन जीएसटी के अधिकारियों का अगला व छठा शिकार कौन होगा।
इस पर सबकी नजर है,25 दिन पहले 15 लाख के प्रायोजित लूट की शिकायत पर फंसे श्रीकांत तांती व प्रमोद साहू से पूछताछ में जीएसटी चोर गिरोह के सरगना के रूप में जीएसटी अधिकारियों ने निक्कू की पहचान की है और इस सम्बंध कई संदिग्ध कारोबारी से पूछताछ की। श्रीकांत व प्रमोद के पुलिस हिरासत में आने के बाद से ही निक्कू फरार है। पुलिस व जीएसटी अधिकारी सरगर्मी से उसे तलाश रही है। इसी तरह दर्जन भर सफेदपोश भी जीएसटी विभाग की निगरानी में है, जिन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उल्लेखनीय है की सबसे पहले 12 अक्टूबर 2018 को जीएसटी की खुफिया टीम ने ट्रासंपोर्टर व कांग्रेस के पूर्व जिला कोषाध्यक्ष नारायण खेतान व उनके साथी संजीव सिंह उर्फ पप्पु को गिरफ्तार किया, कांग्रेस नेता नारायण खेतान व पप्पु पर सरकार को 20 करोड़ के जीएसटी की चुना लनाने के आरोप में जीएसटी की खुफिया टीम ने उन्हें गिरफ्तार किया। तीसरी गिरफ्तारी 15 अप्रैल को राजकुमार मिश्रा की हुई है। जीएसटी के खुफिया विभाग ने जीएसटी चोरी के पुराने मामले में लेवर टेर्नामेंट निवासी व कई व्यावसायिक संस्थानों में एकाउंटेट का काम करने वाले राजेश मिश्र उर्फ राजू को गिरफ्तार किया,उस पर फर्जी इनवॉयस से 13 करोड़ की जीएसटी की चोरी का आरोप है। दिसंबर में जीएसटी चोरी के आरोप मेंं इसके ठिकानों छापेमारी के बाद से ही थाने में विभागीय अधिकारियों के खिलाफ शिकायत के साथ सोशल मीडिया जीएसटी अफसरोंं को चोर व खुद को साहू कार बता रहा था।चाथी गिरफ्तारी तीन मई को मानस बराल की हुई। जीएसटी की खुफिया टीम ने शहर के पॉश इलाके सिविल टाउनशिप के ईई-7 निवासी 47 वर्षीय मानस चंद्र बराल को 62 करोड़ के जीएसटी चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया,पांचवी गिरफ्तारी 21 मई को सीपीयू की टीम ने कमल पसारी की। राउरेकला जीएसटी कमिश्नरेट ने जीएसटी की चोरी में सिविल टाउनशिप के केके-29 निवासी कमल पसारी को गिरफ्तार किया, उन पर फर्जी इनवायस से 18 करोड 80 लाख की जीएसटी चोरी का आरोप है और सभी अभी तक जेल में है और इनकी जमानत याचिका कई बार खारिज हो चुकी है, अब छठी गिरफ्तारी किसकी है, इस पर सबकी नजर है।