सरपंच रामप्रसाद वर्मा की दादागिरी, पीड़ित के घर घुसकर लवन से गुंडे बुलाकर किया मारपीट
- गोलू कैवर्त्य, बलौदाबाजार
पुलिस चौकी लवन अंतर्गत 27 जुलाई को ग्राम पंचायत चितावर में वर्तमान सरपंच रामप्रसाद वर्मा अपने पद के नशे में चूर होकर दादागिरी पूर्वक गॉव के ग्रामीणों के साथ मारपीट किये जाने का मामला प्रकाश में आया है।जिससे क्षेत्र में अशांति का माहौल है।पुलिस चौकी लवन से प्रधान आरक्षक देवेंद्र देवांगन से मिली जानकारी अनुसार प्रार्थी धर्मेंद्र घृतलहरे ने पुलिस को बताया कि27 जुलाई 2021 को उनके घर पर वर्तमान सरपंच चितावर रामप्रसाद वर्मा ,राजा वर्मा, दिलहरण यादव एवं लवन के तीन गुंडे सहित उक्त सभी लोग सुबह 7बजे घर घुसकर माँ बहन की गंदी गन्दी गालियां एवं जान सहित मारने की धमकी देते हुए हाथ ,पैर एवं लाठी से ताबड़तोड़ मारपीट किये।जिससे पीड़ित धर्मेंद्र घृतलहरे के हाथ एवं पैर में गंभीर चोटें आया है।
इसके अलावा अन्य पीड़ितों में अजय घृतलहरे हाथ टूटने सहित धर्मेंद्र घृतलहरे के यहां मेहमान के रूप में बिल्हा से उक्त घटना दिनांक आए हुए सुरेश वर्मा को भी शरीर के सभी हिस्सों में चोटे आया है।जो इस वक़्त सभी प्रार्थी जिला अस्पताल बलौदाबाजार में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।प्रार्थी के रिपोर्ट पर दादागिरी करने वाले आरोपी चितावर सरपंच रामप्रसाद वर्मा एवं उनके सहयोगियों के विरुद्ध में लवन चौकी में भादवि धाराओं में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिए गए हैं।
आरोपियों के खिलाफ 452, 147,1 48,149, 294,323, 506, 427 सहित विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध हुआ है।दादागिरी करने वाले आरोपी सरपंच रामप्रसाद वर्मा, दिलहरण यादव, राजा वर्मा के विरुद्ध एस सी एस टी की धाराएं भी जुड़ेंगे।इस पर विवेचना हेतु केस डायरी एस डी ओपी कार्यालय बलौदाबाजार जा चुका है।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस चौकी लवन से चौकी प्रभारी यशवंत प्रताप सिंह के निर्देश पर प्रधान आरक्षक देवेंद्र देवांगन एवं उनके स्टाफ ने शासकीय वाहन उपलब्ध नहीं होने पर निजी वाहन बुलाकर घटना स्थल पर पहुंच कर पीड़ितों को प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल पहुचाने में सराहनीय योगदान दिये हैं।घटना से गॉव चितावर में दहशत का माहौल है।आरोपी रामप्रसाद वर्मा एवं उनके साथियों की अभी गिरफ्तारी बाकी हैं।अब देखने वाली बात है कि आखिर दादागिरी करने वाले आरोपी सरपंच एवं उनके साथियों की गिरफ्तारी कब तक होती है।मीडिया की नजर दादागिरी करने वाले एवं कानून हाथ मे लेने वाले सरपंच रामप्रसाद वर्मा एवं उनके साथियों की गिरफ्तारी पर बना हुआ है।