डालमिया भारत फाउंडेशन ने 20 दीक्षा प्रशिक्षार्थियों को किया सम्मानित
1 min readडालमिया भारत ग्रुप की शाखा डालमिया भारत फाउंडेशन (डीबीएफ) के अंतर्गत डालमिया इंस्टीट्यूट ऑफ नॉलेज एंड स्किल हार्नेसिंग (दीक्षा) के 20 प्रशिक्षर्थियों ने तमिलनाडु के किटेक्स् गारमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड में वार्षिक रु१,६२,०००/- वेतन पर प्लेसमेंट हासिल किया है। इस अवसर पर डीबीएफ के तरफ से सफल प्रशिक्ष्यार्थियों को राजगांगपुर में सम्मानित किया गया। इन प्रशिक्ष्यार्थी दीक्षा के राजगांगपुर और झारसुगुड़ा केंद्रों में औद्योगिक सिलाई मशीन ऑपरेटर ट्रेड में ७५ दिनों का प्रशिक्षण लिया था। जल्द ही सारे प्रशिक्षित लोग अपने नए कार्यस्थल में शामिल होने के लिए झारसुगुड़ा से हवाई यात्रा करेंगे।
इस सम्मान समारोह में राजगांगपुर के बीडीओ श्री पीयूष लोहार, जिला रोजगार कार्यालय राउरकेला से श्री संतोष कुमार नंदा, राजगांगपुर कारखाना प्रमुख लोकेश कुमार बाहेती, लांजीबरना खादान के उपकार्यकारी निदेशक सरोज कुमार राउत उपस्थित थे ।
इस अवसर पर श्री बाहिती ने कहा, “मैं दीक्षा प्रशिक्षण केंद्र के सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हू और इस सफलता के लिए बधाई देता हूं । डालमिया भारत फाउंडेशन का उद्देश्य न केवल प्रशिक्षण प्रदान करना है, बल्कि इन छात्रों को रोजगार लायक बनाना भी है।
लांजीबेरना खादान प्रमुख श्री राउत ने कहा, “कोरोना महामारी और उससे बुरी तरह से प्रभाबित नौकरी बाजार के हालत के बावजूद प्रशिक्ष्यार्थियों को मिली सफलता प्रशंशनीय है। इससे सुंदरगढ़ जिले की बढ़ती बेरोजगारी समस्या को सुलझाने में मदद मिलेगी।
राजगांगपुर और झारसुगुड़ा के दीक्षा केंद्रों पर अब तक 500 से अधिक युवाओं ने नामांकन किया है। इसके अलावा ओडिशा के राउरकेला, देवगढ़, कटक, जाजपुर और बारकोट में भी दीक्षा केंद्र हैं जहाँ बेड-साइड अटेंडेंट, रिटेल सेल्स, इलेक्ट्रीशियन, ब्यूटी एंड वेलनेस और सिलाई मशीन ऑपरेटर सहित विभिन्न ट्रेड में प्लेसमेंट-लिंक्ड स्किल ट्रेनिंग दी जाती है। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग छात्र एवं कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन स्थानीय सीएसआर मुख्य तपन नायक एवं दीक्षा प्रोग्राम के प्रबंधक दीपक सेनापति ने किया।