जेल गए आदिवासी युवक की मौत – आदिवासी समाज में आक्रोश गरियाबद जिला मुख्यालय मे चक्काजाम
- शेख हसन खान, गरियाबंद
- 1 करोड़ मुआवजा सहित डीएफओ और वनकर्मी को सस्पेंड करने की कर रहे मांग
गरियाबंद। गरियाबंद जिले में अतिक्रमण मामले में गिरफ्तार आदिवासी युवक की मौत को लेकर लगातार दूसरे दिन आदिवासी समाज में आक्रोश देखने को मिल रहा है। दूसरे दिन मंगलवार को भी आदिवासी समाज ने जिला मुख्यालय गरियाबंद के तिंरगा चौक में नेशनल हाईवे 130 सी में चक्काजाम कर दिया है। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर सड़क में बैठ गए है और प्रदर्शन करे रहे हैं। घटना के बाद आदिवासी समाज पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और डीएफओ और वनकर्मी को सस्पेंड करने की मांग कर रहे है। दूसरी ओर चक्कजाम के चलते रायपुर देवभोग मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। छोटे वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। वही बड़े वाहनों को शहर के बाहर रोका जा रहा है। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है।
उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण के मामले में गिरफ्तार ग्राम झितरीडूमर के आदिवासी युवक भोजराम ध्रुव पिता चमरू ध्रुव की कल रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक को 28 अगस्त को वन विभाग ने पकड़कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। जेल में निरुद्ध करने के बाद उसकी तबियत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल भर्ती किया गया, जहां से उसे रायपुर रिफर कर दिया गया। रायपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत होने की जानकारी मिली।
कल सोमवार को युवक की मौत पर आदिवासी समाज में आक्रोश में आ गया। सोमवार शाम ही आदिवासी समाज ने वन अमले और जेल प्रशासन को युवक की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए नेशनल हाइवे 130 चक्काजाम कर दिया। इस दौरान आदिवासी समाज और मृतक के परिजनों ने वन अमले और उपजेल प्रशासन के प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए।