सर्व सहमति से कलेक्टर प्रभात मलिक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
1 min read- शिखा दास, पिथौरा महासमुंद
- जब तक एकलब्य विद्यालय के अधीक्षक को नहीं हटाया जाता है तब तक एकलब्य विद्यालय में बच्चों को नहीं भेजने का निर्णय
सर्व आदिवासी समाज द्वारा कलेक्टर प्रभात मलिक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। जब तक एकलब्य विद्यालय के अधीक्षक को नहीं हटाया जाता है तब तक एकलब्य विद्यालय में बच्चों को नहीं भेजने का निर्णय सभी पालकों द्वारा लिया गया है।
पिथौरा सर्व आदिवासी समाज एवं विद्यालय के पालक संघ एवं समस्त पालक का संयुक्त बैठक पिथौरा में आयोजित की गई थी। बैठक में विभिन्न विषयों पर चर्चा किया गया। जिसमें प्रभात मलिक कलेक्टर महासमुन्द से 27 जून मंगलवार कलेक्टर जनदर्शन भेंट मुलाकात में एकलब्य प्रतिनिधियों से अपमानित भाषा का प्रयोग करते हुए पालक संघ की गरिमा को ठेस पहुँचाने का कार्य कलेक्टर द्वारा किया गया। आज समाज द्वारा सर्व सहमति से कलेक्टर प्रभात मलिक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। एकलव्य विद्यालय की समस्या को लेकर जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को समय-समय पर उनको समस्याओं का निराकरण के लिए निवेदन किया गया है! जिसमें सांसद चुन्नीलाल साहू , संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी द्वारकाधीश यादव, संसदीय सचिव एवं विधायक महासमुंद विनोद सेवनलाल चंद्राकर विधायक को उक्त समस्याओं से अवगत कराया कराने के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाया जिसके कारण जनप्रतिनिधियों के प्रति समाज नाराज है! एकलब्य वर्तमान में पदस्थ अधीक्षको के कार्यप्रणाली रवैये से वैसे भी पालक नाखुश है । इसके संबंध में भी बार बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई कार्यवाही नहीं हो रहा है , बल्कि सहायक आयुक्त द्वारा उनको बचाया जा रहा है!कलेक्टर एकलब्य विद्यालय संचालन समिति का अध्यक्ष है और सहायक आयुक्त पदेन सचिव है फिर भी समस्या का समाधान करने की बजाय एक जिले के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा ग़ैर जिम्मेदारी वाला बयान दिया जाता है इस प्रकार की रवैये का पालक संघ आक्रोश प्रकट करता है। समाज प्रमुखों एवं पालकों द्वारा कलेक्टर प्रभात मलिक के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया! इसके बाद भी पालक संघ की मांगों को अनदेखा किया जाता है तो मजबूर होकर पालक संघ सर्व आदिवासी समाज महासमुन्द के सयुंक्त बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। कलेक्ट्रेट का घेराव किया जायेगा जिसकी जिम्मेदारी पूर्णतः जिला प्रशासन की होगी। जिले का एकमात्र एकलब्य अवासीय विद्यालय 2017 से संचालित होने के बाद से स्थायी शिक्षक की समस्या से जूझ रहा है एवं एकलब्य वर्तमान में पदस्थ अधीक्षको के कार्यप्रणाली रवैये से वैसे भी पालक नाखुश है।
इसके संबंध में भी बार बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई कार्यवाही नहीं हो रहा है , बल्कि सहायक आयुक्त द्वारा उनको बचाया जा रहा है । इससे सर्व आदिवासी समाज और एकलव्य पालक संघ में घोर आक्रोश ब्याप्त है । जिला प्रशासन की उक्त रवैये की घोर निंदा करते है । एकलब्य के पालक यही चाहते हैैं कि वर्तमान अधीक्षक को हटाकर नई भर्ती जारी विज्ञापन के आधार पर नई स्टॉफ भर्ती हो! जब तक एकलब्य विद्यालय के अधीक्षक को नहीं हटाया जाता है तब तक एकलब्य विद्यालय में बच्चों को नहीं भेजने का निर्णय लिया गया है। बैठक में सर्व आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष भीखम ठाकुर, गोड़ समाज जिलाध्यक्ष मनराखन ठाकुर, कंवर पैकरा समाज जिला संरक्षक मानसिंग दिवान, जिला सचिव श्रीराम दिवान, कमार समाज जिलाध्यक्ष मोतीराम जी, गोलूरावल, जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष हेमसागर बिंझवार, जिला उपाध्यक्ष कार्तिक राम बिंझवार, श्याम लाल ठाकुर, जनक राम ठाकुर, भागीरथी ध्रुव, चमार राय ठाकुर, सुरेश मलिक, तुलसी दीवान, श्याम कुमार नेताम, कार्तिक राम ठाकुर। पालक संघ से विनोद दीवान अध्यक्ष पालक संघ, बिरेन्द्र कुमार ठाकुर उपाध्यक्ष पालक संघ, अन्य पालक गजानंद भोई, डोलामनी भोई, रामनारायण बरिहा, हिरदे दीवान, मेघनाथ भोई, मुंशीलाल दीवान, ईश्वर बरिहा, ईश्वर भोई, अंजोर सिंह बरिहा, रज्जू दीवान, नैनसिंह दीवान, मेघनाथ जगत, बिरंचि सिदार, दुबेराम बरिहा, कांति नेताम, जगन्नाथ भोई, बनमाली सिंह राठिया, आनंद सिदार, उत्तम पोर्ते, तुलाराम नेताम, जयलाल भोई,डोमार सिंह,कीर्तन सिदार, रनसाय बरिहा, धनीराम दीवान, हीरालाल मरकाम, जगतराम मांझी, कुंजल जगत,महावीर नाग,सुरेश कुमार, सहित समाज जन एवं पालक गण उपस्थित थे।