वन अधिकार पट्टा की चाह में टाईगर रिजर्व की जंगल में विनाश जारी
उदंती अभ्याण्य मे अवैध अतिक्रमण करने वाले चार आरोपियों को फिर भेजा गया जेल
मैनपुर। वन अधिकार पट्टा की चाह में लगातार टाईगर रिजर्व क्षेत्र के कीमती जंगलों का विनाश जारी है। वन विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यवाही बेअसर साबित हो रही है तभी तो लगातार कार्यवाही के बावजूद भीजंगलों के भीतर अवैध कटाई और अतिक्रमण थमने का नाम नही ले रहा है। लगातार अवैध कटाई से टाईगर रिवर्ज कें घने जंगल धीरे धीरे मैदानो में तब्दील हो रहा है। इसके लिए कोई कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है जिससे अवैध कटाई और अतिक्रमण का सिलसिला रोका जा सके नही तो आने वाले समय में भारी विकट स्थितियो का सामना करना पडेगा।
वन अधिकार पटट्ा की लालच में लगातार उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सरंक्षित जंगल के भीतर कीमती वृक्षो की धडल्ले से अवैध कटाई हो रही है जिसके चलते अब सरंक्षित वन क्षेत्र उदंती अभ्यारण्य के जंगल पर खतरा मंडराने लगा है।जंगलों मे अवैध कटाई से घने जंगल का अस्तित्व खतरे में आ गया है। वन विभाग द्वारा भी लगातार कार्यवाही किया जा रहा है फिर भी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में अवैध कटाई और जगल में अवैध कब्जा अतिक्रमणं के मामले बढते जा रहे है। आज दक्षिण उदंती अभ्यारण्य के घने जंगल के भीतर सैकडो कीमती हरे भरे वृक्षो की अवैध कटाई और गडलिंग करने वाले चार आरोपियो पर वन विभाग ने कार्यवाही कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजे जाने की जानकारी मिली है।
मिली जानकारी के अनुसार, उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के दक्षिण उंदती अभ्यारण्य कक्ष क्रमांक 56 में आरोपी जोहर लाल पिता चमरूराम जाति लोहार उम्र 53 वर्ष ग्राम कुचेंगा, मयाराम पिता सोपसिंह जाति लोहार उम्र 40 वर्ष ग्राम कुचेंगा, तुलसीराम पिता बुधुराम जाति लोहार उम्र 24 वर्ष ग्राम कुचेंगा एवं सुकनाथ पिता हगनुराम जाति रावत उम्र 50 वर्ष ग्राम कुचेंगा निवासी द्वारा लगभग 10 एकड वन विभाग की सरक्षित जमीन पर हरे भरे सैकडो छोटे बडे वृक्षो को काटकर और सैकडो वृक्षो को गडलिंग कर अवैध अतिक्रमण किया जा रहा था जिसकी जानकारी लगते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उंदती टी आर नरेटी के नेतृत्व में वन विभाग का अमला 24 अगस्त को मौके पर पहुचकर आरोपियो पर कार्यवाही करते अवैध रूप से काटे गये वृक्षो को जप्त कर आज 25 अगस्त दिन रविवार को पीओआर क्रमांक 14210/20,14210/21,14210/22,14210/23 दिनांक 24/08/2019 चार पीओआर कर भारतीय वन अधिनियम 1972 धारा 26 (क),(च) 33, 52, एवं वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा 27,29,31 ,38, (के) एवं 51 के तहत कार्ववाही करते हूए आरोपिया को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।
तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 48 किलोमीटर दुर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के दक्षिण उंदती अभ्यारण्य के कक्ष क्रमांक 56 साहेबिनकछार , भुतबेडा के बीच उक्त आरोपियो द्वारा 100 से ज्यादा हरे भरे बडे और छोटे पेडों की अवैध कटाई किया गया है साथ ही बडी संख्या में बडे बडे हरे भरे वृक्षो कों गंडलिगं कर छाल निकालकर उसे सुखाया जा रहा है उक्त आरोपियो द्वारा पुर्व में भी उंदती अभ्यारण्य के ंजंगल मे अवैध कब्जा किये जाने की जानकारी वन विभाग द्वारा दी गई है।
- उदंती अभ्यारण्य के जंगल क्षेत्र में जगह जगह अवैध कटाई बदस्तुर जारी
वन अधिकार पटटा पाने को लेकर उदंती अभ्यारण्य जंगल के भीतर लगातार वनो की अवैध कटाई हो रहा है। सीमा क्षेत्रो अंदुरूनी ईलाको में बडे बडे पेडो की कटाई दिनदहाडे धडल्ले से हो रही है। शासन प्रशासन लगातार ग्रामीणो को वन अधिकार पटटा देने की बात कह रही है तो दुसरी तरफ संरक्षित जंगल क्षेत्र भी सुरक्षित नजर नही आ रहा है. सरक्षित जंगल क्षेत्र के भीतर ओडिसा से प्रदेश से लोग आसानी से प्रवेश कर दर्जनों झोपडिया तान लिये है और इन झोपडियो मंे बकायदा सोलर प्लेट बिजली की व्यवस्था तक कर लिये है झोपडिया बनाने से पहले जंगंल के भीतर सैकडो वृक्षो की बली दे गई है। ऐसे में वनो के कटाई के कारण जंगली जानवरो वन्य प्राणियो के सामने भी अपने रहवास क्षेत्र मे अवैध अतिक्रमण से जंगल छोडकर गांव की तरफ रूख करने मजबूर होना पड रहा है। वन तस्कर ग्रामीणो के माध्यम से वनो की अवैध कटाई में महत्वपूर्ण भुमिका निभा रहे है,हालाकि वन अफसर लगातार वनों में अवैध कटाई रोकने के लिए वन विभाग द्वारा ग्रामीणों के बीच जागरूकता अभियान चलाकर ग्रामीणों को वनो की रक्षा के लिए जागरूक करने दावा किया जा रहा है लेकिन यह दावा असर नही हो रहा है और अवैध कटाई बदस्तुर जारी है। मिली जानकारी के अनुसार इस अवैध कटाई के पीछे तस्करो का बडा हाथ बताया जाता है जो ग्रामीणों को वन अधिकार पटटा दिलाने का लालच देकर उनसे कीमती ईमारती लकडियो को काटवाकर उसकी तस्करी करने से भी पिछे नही हट रहे है बताते है कि वर्ष 2005 से पहले वन भुमि पर काबिज लोगो को अधिकार पटट्ा मिलेंगा पर जानकारी के अभाव में भोले भाले ग्रामीणों को भडकाकर तस्कर नुमा लेाग जंगलो के विनाश मे लगे हूए है। उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में लगातार अवैध कटाई व जंगल के भीतर अवैध अतिक्रमण करने वालो पर कार्यवाही के बावजूद भी अवैध कटाई का सिलसिला बदस्तुर जारी है ।
- वन अमला की भारी कमी भी अवैध कटाई का बन रहा है कारण
उदंती अभ्यारण्य जैसे महत्वपूर्ण जंगल क्षेत्र में लम्बे अरसो से वन अमला की भारी कमी बताई जाती है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, एक बीट क्षेत्र के लिए एक वनरक्षक होना जरूरी है लेकिन उदती अभ्यारण्य के भीतर वन अमला की इतना ज्यादा कमी है कि तीन तीन बीटों को एक वन रक्षक संभाल रहा है। इतना बडा वन क्षेत्र को एक वन रक्षक द्वारा संभालना बडी चुनौती है। क्योकि यह टाईगर रिजर्व क्षेत्र है यहा बडी तादात में वन्य प्राणी भी पाये जाते है इसलिए शासन प्रशासन को चाहिए उदती अभ्यारण्य जैसे सरंक्षित क्षेत्र जंगल में जल्द से जल्द वन अमला की कमी दुर किया जाये वन अमला की कमी भीे अवैध कटाई को बढावा दे रहा है।
- क्या कहते है अधिकारी
उदंती अभ्यारण्य दक्षिण के वन परिक्षेत्र. अधिकारी टी आर नरेटी ने बताया की कि कक्ष क्रमांक 56 सरंक्षित वन क्षेत्र में आरोपी जोहरलाल,मयाराम, तुलसीराम, सुकनाथ द्वारा 50 से ज्यादा हरे भरे कीमती वृक्षो को काटा गया है और सैकडो पेडो की छाल निकालकर गंडलिंग किया गया है जिसके चलते आरोपियो को 24 अगस्त को भारतीय वन अधिनियम 1927 धारा 26 (क),(च) 33, 52, एवं वन्य जीव सरंक्षण अधिनियम 1972 की धारा 27,29,31 ,38, (के) एवं 51 के तहत कार्यवाही कर आज रविवार को न्यायालय मे ंपेश कर जेल भेजा गया है श्री नरेटी ने आगे बताया वन विभाग द्वारा लगातार अवैध अतिक्रमण अवैध कब्जा के खिलाफ कार्यवाही जारी रहेगा ।
टी आर नरेटी वन परिक्षेत्र अधिकारी दक्षिण उदंती