पढ़ाई छोड़ चुके आदिवासी क्षेत्र बच्चों को मनाने जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर उनके घर तक पहुंचे और पालकों को मनाकर बच्चों को फिर आश्रम में दाखिला करवाया
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- भाठीगढ़ स्थित आदिवासी बालक आश्रम में 102 छात्रों को ठंड से बचने जिला शिक्षा अधिकारी ने किया सोयटर वितरण
मैनपुर – मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के दुरस्थ वनांचल में बसे ग्राम छिन्दौला स्थित आदिवासी बालक आश्रम के औचक निरीक्षण में पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद करमन खटकर ने आश्रम में अव्यवस्था को देखकर नराजगी जाहिर करते हुए आश्रम में साफ -सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश आश्रम अधीक्षक को दिया। इस दौरान आश्रम में उपस्थित विशेष पिछड़ी जनजाति कमार आदिवासी बच्चो से जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर ने खाना एवं अन्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी लिया साथ ही बच्चो को ताजा और गर्म भोजन देने के साथ नियमित रूप से चादर कंबल की साफ -सफाई करने का निर्देश दिया।
इस दौरान आश्रम अधीक्षक ने बताया दो छात्र लंबे समय से अनुपस्थित है कई बार उनके घर में संपर्क किया गया लेकिन माता पिता बच्चो को स्कूल नही भेज रहे है तो जिला शिक्षा अधिकारी करमन खटकर स्वयं ग्राम फरसरा पहुंचकर उनके पालको से चर्चा किया और बच्चो को स्कूल भेजने की अपील किया साथ ही बच्चो को आश्रम में पूरी सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही जिससे पालको ने अपने बच्चो को तत्काल आश्रम पढ़ाई के लिए भेजा वही कोरोनाकाल के दौरान एक पालक के मृत्यु हो जाने के बाद उसके बच्चे आश्रम पढ़ाई करने नही आ रहे थे उनके भी घर जाकर जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चे को आश्रम भेजने को तैयार किया। भाठीगढ़ स्थित आदिवासी बालक आश्रम के निरीक्षण में पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी ने 102 छात्रों को ठंड से बचने के लिए ऊनी सोयटर वितरण किया जिससे बच्चो के चेहरे खिल उठे यह सोयटर आश्रम अधीक्षक दामोदर नेगी द्वारा अपने स्वयं के खर्च से खरीदा गया है। इस दौरान आश्रम के सभी कमरो का निरीक्षण कर बच्चो से कई सवाल पूछे सही उत्तर देने वाले बच्चो को पेन कापी पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर प्रमुख रूप से बीआरसीसी एस के नागे, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आर आर सिंह, दामोदर नेगी विशेष रूप से उपस्थित थे।