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October 17, 2024

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जनपद पंचायत मैनपुर अध्यक्ष नूरमति मांझी ने राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम में शामिल होकर बच्चों को कराया अन्नप्राशन

  • शेख हसन खान, गरियाबंद 

गरियाबंद । तहसील मुख्यालय मैनपुर से 50 किमी दूर झरगांव सेक्टर के ग्राम पंचायत मुचबहाल मे राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जनपद पंचायत मैनपुर के अध्यक्ष श्रीमती नुरमति मांझी, जनपद सदस्य खजूरपदर जयसिंह नागेश, मुचबहाल के सरपंच श्रीमती मोहना नेताम ने भारत माता के छायाचित्र की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान जनपद पंचायत अध्यक्ष नुरमति मांझी ने गर्भवती महिलाओं का गोदभराई कर बच्चो का अन्नप्राशन कराया कार्यक्रम में 1000 दिवस, एनीमिया, पोषण आहार, स्वच्छता, रेडी टू ईट के साथ ही बच्चो के नियमित वजन के संबंध मे जानकारी दिया गया। इस दौरान बीपी, एनीमिया जांच के साथ ही बच्चों के द्वारा रंगोली, पेंटिंग, व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया किशोरी बालिकाओं को सेनेटरी पैड का वितरण किया गया।

आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद अध्यक्ष श्रीमती नुरमति मांझी ने कहा केन्द्र के नरेन्द्र मोदी एवं राज्य के विष्णु देव सरकार द्वारा आज प्रदेश व देश के विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित किया जा रहा है। पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश मे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक माह तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत गांव गांव कार्यक्रम आयोजित कर गर्भवती माताओं शिशुवती माताओं के साथ किशोरी बालिकाओं को स्वच्छता के संबंध मे जानकारी दिया जा रहा है। साथ ही कुपोषण से लड़़ने के लिए हमारे आसपास मिलने वाले खाद्य पदार्थों का सही चयन कर सही मात्रा में उपयोग करने से कुपोषण से मुक्ति मिल सकती है। सरकार द्वारा आज आंगनबाड़ी के बच्चों को पोषण आहार रेडी टू ईट दिया जा रहा है जरूरत इस बात की है कि हम सभी ग्रामीणों को जागरूकता के साथ सामने आकर सरकार की योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगो को दिलाना है। श्रीमती मांझी ने कहा, राज्य सरकार महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को प्रत्येक माह 1000 रूपये प्रदान कर रही है। वहीं आज गांव गांव स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर हर तरह की बिमारियों का परीक्षण किया जा रहा है।

इस मौके पर प्रमुख रूप से पर्यवेक्षक श्रीमती लीलावती सेन, इंद्राणी बंजारे, कु0 पुष्पा ध्रुव, ओमेश्वरी कंवर, पदमिनी सिन्हा, गीताजंली सिन्हा, श्याम बाई, सुकमोतिन, अनुराधा, प्रमिला, देवकी, जानकी, मथुरा, रायमोतिन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण महिला पुरूष उपस्थित थे।