जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम ने किया मिशाल पेश, 2 आदिवासी छात्राओं को मेस सुविधा उपलब्ध कराने अपने मानदेय की राशि देने की घोषणा
- शेख हसन खान, गरियाबंद
गरियाबंद । एक तरफ राज्य व केन्द्र सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बड़े -बड़े दावे करते नहीं थक रही है। हर बच्चे को शिक्षा दिलाने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी तरफ गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड दूरस्थ वनांचल अंतर्गत अतिसंवेदनशील ग्राम भुतबेड़ा के दो छात्राएं कुमारी जानकी जाति गोड़ एवं कुमारी नंदनी मरकाम जाति गोड़ दो छात्राओं को प्री मेट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास में सुविधा नहीं मिलने से पढ़ाई से वंचित होना पड़ रहा है। जो शासन प्रशासन के तमाम विकास के दावों की पोल खोलकर रख देती है।
ऐसे विषम परिस्थिति को देखते हुए जिला पंचायत गरियाबंद के सदस्य संजय नेताम ने अपने मानदेय से छात्राओं के लिए मेश सुविधा उपलब्ध कराने आवेदन संबंधित विभाग के अफसर को सौंपा है। संजय नेताम ने अपना मानदेय से छात्राओं को मेश सुविधा उपलब्ध करा कर एक मिशाल कायम किया है। जिला पंचायत सदस्य संजय नेताम ने बताया मैनपुर विकासखण्ड अंतर्गत अतिसंवेदनशील ग्राम भुतबेड़ा के दो छात्राएं जो आदिवासी समाज से है और जून माह में ही आदर्श प्री मेट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास में प्रवेश प्रपत्र प्रदान कर प्रवेश की औपचारिकता को पूर्ण किया था उन दोनो छात्रो को छात्रावास की सुविधा प्रदान नहीं की गई।
श्री नेताम ने बताया पिछले दिनो इस समस्या के संबंध में जिले के आला अफसरों के समक्ष इन विषयों को रखा गया था तब उनके द्वारा दोनो छात्राओं के लिए छात्रावास सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक ऐसी कोई व्यवस्था शासन प्रशासन द्वारा नहीं की गई। वही दूसरी ओर छात्रावास अधीक्षिका के द्वारा छात्रावास उपलब्ध होने के बाद मेस के लिए बजट का अभाव बताया गया। बच्चों के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए मैंने निर्णय लिया है कि इन दोनों बच्चों के छात्रावास में मेस हेतु आने वाले व्यय का जिला पंचायत सदस्य के रूप में मुझे मिलने वाली मानदेय से व्यवस्था किया जाये।
