डॉक्टर्स डे के मौके पर चिकित्सकों को किया सम्मानित
1 min readकेसिंगा। जहां एक ओर आज की भागमभाग भरी जिंदगी में डॉक्टर और मरीज दोनों ही मानसिक तौर पर तनावपूर्ण स्थिति में जीते हैं और दोनों के बीच परस्पर विश्वास की कमी होती नजर आती है, वहीं कुछ ऐसे लम्हें भी अनायास सामने आ जाते हैं, जो कि तमाम तनावों एवं अविश्वास की स्थिति को समाप्त कर माहौल को खुशनुमा बना देते हैं और ऐसा माहौल तैयार करने के पीछे होती है वह सोच जो कि पूरी मानवता को स्वस्थ और खुशहाल देखना चाहती है।
जी हाँ, कुछ ऐसा ही सौहाद्रर्पूर्ण माहौल सोमवार पहली जुलाई को स्थानीय सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र में डॉक्टर्स डे के मौके पर तब बन पड़ा, जब कुछ उत्साही युवाओं द्वारा डॉक्टर्स एवं मरीज के बीच की तमाम तल्खियों को दूर करने एक आदर्श माहौल की परिकल्पना की गयी। युवाओं द्वारा केसिंगा में पहली बार इस तरह का आयोजन किया गया, जो कि एकसाथ डॉक्टर्स, मरीज एवं सामान्य-जन सभी के लिये हृदयस्पर्शी था। कार्यक्रम के तहत आनन-फानन में युवाओं द्वारा डॉक्टर्स के सम्मान में एक संक्षिप्त समारोह का आयोजन किया गया, जहाँ आम लोगों के अलावा डॉक्टर्स ने भी खुल कर अपना मनोभाव प्रकट किया। जब उपस्थित लोगों को अपने संबोधन में डॉक्टर हरिकृष्ण धल ने यह कहा कि -जहाँ एक ओर डॉक्टर के प्रति मरीज का रवैया निरन्तर आक्रोशपूर्ण होने पर डॉक्टर और मरीज के बीच की दूरी बढ़ रही है, वहीं भगवान स्वरूप माने जाने वाले डॉक्टर भी अपने पेशे पर खरा उतरने की जरूरत है, तो माहौल करतल ध्वनि से गूँज उठा। उन्होंने कहा -क्यों कि देश में डॉक्टर और मरीज के अनुपात के बीच गहरी खाई है, इसलिये हमें अधिक आलोचना में न पड़ उपलब्ध संसाधनों के बीच ही संतुलन क़ायम कर व्यवस्था को संचालित करना है। अत: एक नई और व्यवहारिक सोच की आवश्यकता है। कार्यक्रम में पूर्व नगरपाल श्रीमती सरिता सिन्दूर तथा युवा नेता सुरेश राव सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। समारोह में सामुदायिक चिकित्सा केन्द्र के चिकित्सक डॉक्टर धल के अलावा डॉक्टर नारायण पण्डा तथा डॉक्टर आशीष सत्पथी को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में युवा परेश, पिन्टू पटेल, आगा जान तथा विमल बाग़ का अहम योगदान रहा।