लगातार कटते जंगल के कारण वनांचल मैनपुर क्षेत्र में भी तापमान 41 डिग्री तक पहुंचा
1 min read- शेख हसन खान, गरियाबंद
- समय रहते चिंतन करने की जरूरत वृक्षारोपण के साथ जंगल को बचाने जन जागरूकता अभियान जरुरी
- जमीन की लालच में लगातार हरे भरे पेड़ों की चढ़ रही है बली, जंगल धीरे -धीरे मैदान में तब्दील
- सामान्य जंगल क्षेत्र की बात तो छोड़िए टाइगर रिजर्व के जंगल में भी वृक्षों की अवैध कटाई का सिलसिला जारी
गरियाबंद। गरियाबंद जिले के मैनपुर क्षेत्र घनघोर साल के जंगल के नाम से जाना जाता है और साल के जंगल वाले क्षेत्र में गर्मी का तापमान कम रहता है ऐसा माना जाता है, लेकिन पिछले दो तीन वर्षो से देखने को मिल रहा है कि लगातार मई के महिना में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। आज 04 मई 2024 को मैनपुर में गर्मी अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया है। 41 डिग्री तापमान बढते ही लोगो को बेचैनी महसूस होने लगा है अब वनांचल मैनपुर क्षेत्र में भी तेज गर्मी से जन जीवन प्रभावित होने लगा है। इसके पिछे मुख्य कारण वनों की बढ़ती कटाई और जलवायु परिवर्तन को माना जा रहा है। ऐेसे समय में हम सब को चिंतन करने की जरूरत है, कि समय रहते अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के साथ क्षेत्र के जंगलों की सुरक्षा के लिए सभी को सामने आकर जन जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है अगर इसी तरह जंगलों की अवैध कटाई होती रही तो आने वाले समय में अधिकतम तापमान बढने से वनांचल क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
- पट्टा के लालच में जंगल का हुआ सबसे ज्यादा सर्वनाश
वन अधिकार पट्टा के लालच में जंगलों में हरे भरे कीमती वृक्षों की अवैध कटाई का सिलसिला बदस्तुर जारी है और वन विभाग द्वारा अवैध कटाई के खिलाफ कार्यवाही के बावजूद यहा सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। सामान्य जंगल क्षेत्र की बात तो छोडिए टाईगर रिजर्व के घने जंगल क्षेत्र का अस्तित्व धीरे धीरे खतरे में आ रहा है पिछले कुछ वर्षो के भीतर टाईगर रिजर्व क्षेत्र के जंगलों में जमकर अवैध हरे भरे वृृक्षों की अवैध कटाई की गई है। वन विभाग सूत्रों और इसरो रिर्पोट की माने तो पिछले 10 वर्षो के भीतर लाखों वृक्षों की अवैध कटाई जमकर किया गया है। इस घने जंगल टाईगर रिजर्व के भीतर पिछले कुछ वर्षो में लगातार अवैध कटाई कर टाईगर रिजर्व के जंगल को भारी नुकसान पहुंचाया गया है, जिसमें कीमती वृक्ष सागौन के साथ साल और बीजा भी शामिल है साथ ही वृक्षों को काटने के बाद उसके निशान मिटाने के लिए ठुठो को आग के हवाले कर दिया जा रहा है। बडे बडे वृक्षों के छाल को निकालकर उसे गडिलंग किया जा रहा है जिससे कुछ दिनों में यह वृक्ष सुख जायेगा और उसे आसानी से काटा जाएगा सैकडो वृक्षो के छाल यहां निकाले गये हैं। ग्रामीण सूत्र बताते हैं ओडिसा प्रदेश के लोग अभ्यारण्य क्षेत्र में ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।
- अवैध अतिक्रमण करने वाले कई गांवों पर बुलडोजर चलाकर सैकड़ों लोगों पर वन विभाग ने किया है कार्यवाही
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के भीतर हजारों लाखों वृक्षों को काटकर अवैध अतिक्रमण कर बसाये गये सोरनामाल, ईचरादी जैसे कई गांवो पर वन विभाग ने बकायदा बड़ी कार्यवाही करते हुए बुलडोजर चलाते हुए मकानों को तोडकर सैकड़ों लोगों पर कार्यवाही किया है। तब यह चौकाने वाला मामला सामने आया कि इसरों रिर्पोट के माध्यम से पता चला कि पिछले 10 वर्षो में सिर्फ उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में हजारों लाखों वृक्षों की जमकर कटाई कर ओडिसा प्रदेश के लोगों ने यह अवैध गांव बसाकर सैकड़ों एकड जंगलों के हजारों वृक्षों को काटकर खेती किसानी अतिक्रमण का मामला सामने आया। वन विभाग के कार्यवाही के बाद अब काफी हद तक उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में अवैध अतिक्रमण के मामले कम हो गये हैं लेकिन जिस हिसाब से जंगलों की अवैध कटाई किया गया है उसकी भरपाई के लिए वृक्षारोपण नहीं किय गया है जिससे लगातार क्षेत्र में तापमान बढ़ना स्वभाविक है।
- सड़क किनारे ही नजर आते हैं घने जंगल, अंदर मैदान में तब्दील
गरियाबंद जिले के जंगल को साल वृक्ष का घने जंगल कहा जाता है लेकिन अब यह घना जंगल सिर्फ सड़़क किनारे ही बचा है सड़़क से अंदर कुछ दूरी पर जाने पर दूर -दूर तक सिर्फ मैदान और ठूंठ नजर आते हैं। महज 10 वर्षो के भीतर पट्टा के लालच में जिले के भीतर जंगलो का जो विनाश हुआ है वह किसी से छिपा नहीं है।
- वास्तविक हकदारों को जमीन का पट्टा मिलना चाहिए
लेकिन जांच किया जाये तो सैकड़ों मामले फर्जी निकलेंगे। शासन ने वर्षो से काबिज जमीन का पट्टा देने वन अधिकार अधिनियम बनाया है और जंगल के भीतर वर्षो से काबिज लोगो को पट्टा मिलना भी चाहिए जो इनके वास्तविक हकदार है लेकिन गरियाबंद जिले के भीतर वन अधिकार पट्टा के नाम पर जो खेला हुआ है। वह किसी से छिपा हुआ नहीं है। कई व्यापारी, जनप्रतिनिधि और तो और मैनपुर नगर सहित गरियाबंद में निवास करने वाले लोगो के नाम से जंगलों में वन अधिकार पट्टा वितरण किया गया है जिसका निष्पक्ष जॉच किया जाये तो कई चौकाने वाले मामले सामने आयेंगे और न जाने इसके लपेटे में वन विभाग के स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों के साथ न जाने कितने लोगो का नाम सामने आयेगा कहां नहीं जा सकता। इस मामले की पूरी कुण्डली व दस्तावेज पूर्व में जिला कलेक्टर कार्यालय में शिकायत किया जा चुका है।
- क्या कहते हैं वन अफसर
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि जंगलो में जंहा भी अवैध कटाई के मामले आते है तत्काल कार्यवाही किया जा रहा है, जिसके कारण काफी हद तक अवैध कटाई कम हुआ है, उन्होने कहा कि जंगल को बचाने वन विभाग के साथ क्षेत्र के लोगो को भी सामने आने की जरूरत है।